अमेरिका की कई गोपनीय और संवेदनशील सूचनाओं को उजागर करने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने भारत के अलावा 19 देशों से राजनीतिक शरण मांगी है। क्या भारत अमेरिका के इस भगौड़े को शरण देगा, यह मुमकिन नहीं लगता। लेकिन हो सकता है कि अमेरिका की चेतावनी के बावजूद चीन जैसा देश स्नोडेन को अपने यहां शरण दे।दरअसल, स्नोडेन की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई है। मंगलवार को जार…
अमेरिका की कई गोपनीय और संवेदनशील सूचनाओं को उजागर करने वाले एडवर्ड स्नोडेन ने भारत के अलावा 19 देशों से राजनीतिक शरण मांगी है। क्या भारत अमेरिका के इस भगौड़े को शरण देगा, यह मुमकिन नहीं लगता। लेकिन हो सकता है कि अमेरिका की चेतावनी के बावजूद चीन जैसा देश स्नोडेन को अपने यहां शरण दे।दरअसल, स्नोडेन की वेबसाइट पर यह जानकारी दी गई है। मंगलवार को जारी सूचना में बताया गया है कि इस प्रकार के पहले दो आवेदन इक्वाडोर और आइसलैंड से किए गए हैं। इससे पहले स्नोडेन ने रूस में राजनीतिक शरण दिये जाने का अनुरोध किया। इस पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि जब तक वह अमेरिकी खुफिया जानकारी को लीक करना बंद रखेंगे तब तक वह यहां पर रूक सकते हैं। विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि बीती रात स्नोडेन ने शेरमेतयेवो हवाई अड्डे पर स्थित वाणिज्यिक कार्यालय में राजनीतिक शरण दिये जाने का अनुरोध किया था जहां वह एक सप्ताह से अधिक समय से रह रहे हैं।स्नोडेन ने भारत के अलावा जिन देशों से राजनीतिक शरण मांगी हैं, उनमें ऑस्ट्रिया, बोलिविया, ब्राजील, चीन, क्यूबा, फिनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इटली, आयरलैंड, नीदरलैंड, निकारागुआ, नार्वे, पोलैंड, स्पेन, स्विस कनफेडरेशन तथा वेनेजुएला शामिल हैं।हालांकि ओबामा प्रशासन ने विभिन्न देशों को चेतावनी दी है कि स्नोडेन को शरण प्रदान नहीं की जाए, क्योंकि वह जासूसी तथा गोपनीय दस्तावेजों को लीक करने के आरोपों में अमेरिका में वांछित है। अमेरिका ने सोमवार को कहा था कि स्नोडेन का पासपोर्ट रद्द कर दिया गया है और उसके मामले की निष्पक्ष सुनवाई होगी तथा वह बतौर अमेरिकी नागरिक अपने सभी अधिकारों को इस्तेमाल करने के अधिकारी होंगे।