इमालवा-मध्यप्रदेश|राज्य का पहला श्रम स्कूल भोपाल के मुगालिया छाप में बनेगा। तीस करोड़ की लागत से बनने वाले स्कूल के निर्माण की आधारशिला आज मुख्यमंत्री शिवराज ने रखी। खास बात ये कि श्रमिकों के बच्चों के लिए बनने वाला ये पहला स्कूल अंग्रेजी माध्यम का होगा। स्कूल के साथ ही बच्चों में तकनीकी कौशल बढ़ाने के लिए आईटीआई केंद्र भी खोला जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज ने स्कूल का नाम दीनदयाल श्रम विद्यालय रखने की घोषणा की है।
साथ ही सीएम ने मुगालिया छाप में खेल का मैदान बनाए जाने की भी घोषणा की। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर किसान और मजदूरों के लिए चलाई जा रही सरकारी योजनाओं की भी जानकारी दी। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि देश और प्रदेश के विकास में श्रमिकों का महत्वपूर्ण योगदान है। राज्य सरकार ने श्रमिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मजदूर पंचायत के निर्णयों के बाद श्रमिक कल्याण की विभिन्न योजनाएं जिनमें छात्रवृत्ति, प्रसूति सहायता, कन्या विवाह सहायता, आकस्मिक मृत्यु पर सहायता, उपचार के लिए सहायता जैसी योजनाएं बनाई गई। अब राज्य, संभाग और जिला स्तर पर खेलकूद प्रतियोगिताओं में चयनित होने वाले श्रमिकों के बच्चों को 10 हजार से लेकर 50 हजार रुपये तक की राशि दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे शिक्षित बनें और देश-प्रदेश के विकास में योगदान करें। श्रमोदय विद्यालय मजदूरों के प्रतिभाशाली बच्चों को आगे बढ़ाएगा। इस आवासीय विद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की व्यवस्था की जाएगी। इसका भवन एक साल में बनकर तैयार हो जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि निर्माण श्रमिकों को टूल किट खरीदने पर 50 प्रतिशत राशि भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार मंडल देगा। पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों की स्नातक और स्नातकोत्तर कक्षाओं की कोचिंग के लिए सहायता राशि दी जाएगी। मजदूरों को सस्ता राशन एक रुपये किलो गेहूं और एक रुपये किलो चावल उपलब्ध कराया जाएगा। प्रदेश में गरीबों के लिए अगले पांच साल में 15 लाख मकान बनाए जाएंगे।
श्रम मंत्री अंतरसिंह आर्य ने कहा कि इस आवासीय विद्यालय की घोषणा मजदूर पंचायत में की गई थी। राज्य सरकार ने श्रमिकों के कल्याण के लिए कई योजनाएं बनाई हैं।