इमालवा – राजेश मूणत | प्रदेश विधानसभा 2013 के लिए मतदान संपन्न होने के बाद लोगो की निगाहें अब मतदान प्रतिशत पर टिक गई है | प्रदेश के 4,66,09,024 मतदाताओं ने सोमवार को 53,896 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया । इसी के साथ प्रदेश के कुल 2,563 उम्मीदवारों का भाग्य EVM मशीनों में कैद हो गया है | प्रदेश की कुल 230 सीटों में से 2008 में भाजपा ने 152 सीटें जीती थी वहीँ कांग्रेस ने मात्र 65 सीटों पर कब्ज़ा जमाया था।
मतदान के बाद लोगो में यह आम चर्चा है की संघर्ष तगड़ा है क्योंकि मतदाताओ का मूड कोई भी अंतिम समय तक भांप नहीं पाया । मतदान की जानकारी के हिसाब से जहां शिवराज सरकार के कई दिग्गजों की सांसें अटक गई हैं, वहीं कांग्रेस के कई बड़े नेता भी आशंकित हो गए है ।
प्रेक्षकों के अनुसार ग्वालियर-चंबल क्षेत्र की 34 और मालवा की 37 सीटों के परिणाम से भाजपा का भविष्य तय होगा, वहीं कांग्रेस की उम्मीदें महाकौशल, रीवा-सीधी-सतना के नतीजो पर टिकी हुई है। यह तय होगा की प्रदेश में शिवराज का अंडर करंट चला या ज्योतिरादित्य सिंधिया का प्रभाव कारगर रहा |
राज्य में 70,959 इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला लोगो ने बटन दबा कर बंद कर दिया है जिसका फैसला आगामी 8 दिसम्बर को होगा |
राज्य के 51 जिलों में से 28 जिलों को सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील माने जातें हैं जहाँ पर अल्पसंख्यक मतदाताओं ने इस बार बढ़ चढ़ कर मतदान किया है | यह भी चुनाव के परिणामो की दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है |