भोपाल – इमालवा । कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संगठन को चुस्त – दुरुस्त बनाने के लिए पार्टी में आकस्मिक निरीक्षण जैसी व्यवस्था लागू कर दी है | नई व्यवस्था के अंतर्गत पार्टी के केन्द्रीय पदाधिकारी कभी भी किसी भी ब्लॉक, जिले या प्रदेश के संगठन की रिपोर्ट, उपस्थिति रजिस्टर या मीटिंग रजिस्टर की आकस्मिक जांच कर सकते हैं।
प्रदेश से लेकर जिला स्तर तक कांग्रेस संगठन के संचालन के लिए अब व्यवस्थाओ का भी निर्धारण कर दिया गया है | इसमें पार्टी पदाधिकारियों के लिए बैठको से लगाकर दौरों तक का कार्यक्रम तय कर दिया गया है | इसी के साथ पदाधिकारी को अब अपने दौरों की रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश कांग्रेस को अनिवार्य रूप से भेजना होगी। यहां से रिपोर्ट दिल्ली जाएगी जिसकी क्रास चेक आकस्मिक निरिक्षण के रूप में होगी |
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार चाटुकारिता करके पद प्राप्त कर लेने की कांग्रेस की कमजोरी को ध्यान में रखकर पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने संगठन के लिए कई कठोर नियम लागू कर दिए है | हर माह निश्चित तारीख पर बैठकें होंगी। हर पदाघिकारी के कामकाज का मूल्यांकन होगा। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी कभी भी किसी भी ब्लॉक, जिले या प्रदेश की रिपोर्ट, उपस्थिति रजिस्टर या मीटिंग रजिस्टर की जांच कर सकते हैं।
यूं तो कांग्रेस के प्रदेश कार्यालय में लगभग हर रोज प्रदेश स्तर पर कोई न कोई बैठक होती है, लेकिन जिलों या ब्लॉक में ऎसा नहीं होता। बहुत सी ब्लॉक कांग्रेस कमेटी का ऑफिस ही कई दिनों तक नहीं खुलता है । पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बैठक में इस हालत पर चिंता भी जाहिर की और इसके बाद भविष्य में पार्टी के कामकाज के लिए सिस्टम का निर्धारण कर दिया गया है | बताया जाता है की इस नई व्यवस्था को सबसे पहले राजस्थान में लागू किया गया है | यहाँ के अनुभवों के आधार पर बाकी सभी राज्यों में भी इस सिस्टम को लागू किया जा सकता है |
हर माह इतना दौरा
प्रदेश प्रभारी महासचिव 7 दिन
प्रदेश अध्यक्ष 10 दिन
प्रदेश पदाघिकारी 7 दिन
जिला अध्यक्ष 7 दिन
(ये अपने दौरों की रिपोर्ट तैयार कर प्रदेश कांग्रेस को भेजेंगे। यहां से रिपोर्ट दिल्ली जाएगी)
फैसलों का करना होगा फॉलोअप
हर माह ब्लॉक पर सात, जिले में 15 और प्रदेश स्तर पर 22 तारीख को बैठकें होंगी। बैठकों का निश्चित एजेण्डा होगा। इनमें लिए गए निर्णय एक रजिस्टर में लिखे जाएंगे। इनका फॉलोअप करना होगा। बैठक में आने वालों की उपस्थिति दर्ज होगी और निष्क्रिय पदाघिकारियों की छुट्टी की जाएगी।