इमालवा – भोपाल |( प्रलय श्रीवास्तव ) भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर आगामी विधानसभा निर्वाचन के पूर्व प्रदेश के मतदाताओं की चुनाव संबंधी जानकारी, ज्ञान, दृष्टिकोण, व्यवहार और उनकी धारणा के संबंध में सर्वेक्षण करवाया जायेगा। राज्य-स्तर पर होने वाला बेसलाइन सर्वे आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय द्वारा करवाया जायेगा। सर्वेक्षण के माध्यम से जानकारी का संकलन, विश्लेषण एवं प्रतिवेदन तैयार करने की कार्यवाही भी की जायेगी।
बेसलाइन सर्वे के लिये सभी 230 विधानसभा क्षेत्र में से 10 मतदान-केन्द्र का चयन रेण्डम आधार पर किया जायेगा। इनमें ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्र के पाँच-पाँच मतदान-केन्द्र रहेंगे। प्रत्येक मतदान-केन्द्र की मतदाता-सूची में से रेण्डम आधार पर पाँच-पाँच महिला-पुरुष का चयन किया जायेगा। इनमें से दो-दो महिला एवं पुरुष युवा मतदाता (18-30 आयु वर्ग) होंगे। शेष तीन-तीन बुजुर्ग मतदाता (30 वर्ष से ऊपर) होंगे। इस प्रकार प्रत्येक मतदान-केन्द्र से 10 मतदाता का चयन कर उनसे निर्वाचन आयोग की प्रश्नावली के आधार पर जानकारी एकत्रित की जायेगी। इस प्रकार कुल 23 हजार मतदाता से जानकारी एकत्रित होगी।
जिला-स्तर पर बेसलाइन सर्वे की सम्पूर्ण प्रक्रिया कलेक्टर के मार्गदर्शन में जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय द्वारा करवाई जायेगी। मतदान-केन्द्र के चयन के बाद मतदाताओं के चयन का कार्य बूथ-लेवल ऑफीसर की देखरेख में होगा। मतदाताओं के चयन के बाद जिला-स्तर पर उपलब्ध अन्वेषकों, प्रगणकों के अतिरिक्त स्थानीय प्रतिष्ठित एनजीओ, विश्वविद्यालयों एवं राज्य शासन के कर्मचारियों के माध्यम से प्रश्नावलियों को भरने का कार्य किया जायेगा।
राज्य के प्रतिष्ठित संस्थानों, विश्वविद्यालय, आईसीएमआर इंस्टीट्यूट, जबलपुर, ट्रेवल एण्ड टूरिज्म इंस्टीट्यूट, ग्वालियर, आईआईटी, आईआईएम, आईआईआईटी, ग्वालियर तथा अन्य गैर-शासकीय संस्थाओं को उनकी उपलब्धता के अनुसार इस कार्य से जोड़ने का प्रयास किया जायेगा। सर्वेक्षण के कार्य में आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय क्रिस्प का भी सहयोग लेगा। प्रत्येक जिले में बेसलाइन सर्वे से जुड़े अमले को प्रशिक्षित करने की भी व्यवस्था की जायेगी।