होली पर्व को कुछ दिन शेष रह गये हैं. 26 मार्च की रात्रि होलिका दहन के बाद 27 मार्च को रंग गुलाल के साथ धूमधाम से होली खेली जाएगी. लेकिन होली का खतरनाक कैमिकलयुक्त रंग आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
रंगों में मौजूद कैमिकल हमारे शरीर के लिए काफी घातक हैं. रंगों के आंख, गला, नाक, मुंह, कान में चले जाने पर कई परेशानियां हो सकती है. वहीं खतरनाक कैमिकलयुक्त रंगों को चेहरे व शरीर के अन्य भागों में बार-बार रगडऩे से एलर्जी व त्वचा जलने की शिकायत हो सकती है.
बाजार में रंगों का बाजार सजकर तैयार हो चुका है, जहां खतरनाक कैमिकलयुक्त रंगों की भरमार है. गुलाल से लेकर पानी में घोले जाने वाले रंगों में खतरनाक कैमिकल होता है. वहीं खुशबूदार रंग बाजार में मौजूद हैं. जिसमें खास तरह के कैमिकल मिलाये गये होते हैं, जो एलर्जी पैदा करने के साथ-साथ सेहत बिगाड़ सकते हैं. चिकित्सकों की मानें तो बाजार में मौजूद खतरनाक कैमिकलयुक्त रंग स्वास्थ्य के लिए काफी घातक है, जिसके बुरे परिणाम भी सामने आ सकते हैं. लिहाजा रंगों से बचाव काफी जरूरी है.
हर्बल रंग है बेहतर
होली खेलने के लिए कैमिकल रंगों से बेहतर हर्बल रंग को माना जाता है. हर्बल रंगों से किसी प्रकार की एलर्जी की संभावना कम ही होती है. कैमिकलयुक्त रंगों के दुष्प्रभाव सामने आते रहते हैं. जिसे देखते हुए लोग अब हर्बल रंगों की तरफ आकर्षित होने लगे हैं. हालांकि बाजार में हर्बल रंगों की कीमत खतरनाक कैमिकलयुक्त रंगों की तुलना में अधिक है. लेकिन सेहत के लिए लोग इसकी भी खरीदारी में जुटे हुए हैं.
कैमिकलयुक्त रंगों का उपयोग करना सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है. कई लोग होली के दौरान कैमिकल व चीट, ग्रीस का उपयोग करते हैं. जो हमारे शरीर के अंगों के लिए काफी घातक है. सेहतमंद व खुशहाल होली के लिए सुखी व तिलक होली ही बेहतर है.
डॉ. दीपक राज
बी.एम.ओ. कोरबा
कैमिकलयुक्त रंग बार-बार त्वचा में रगडऩे से एलर्जी होती है. होली खेलने से पहले शरीर पर क्रीम या तेल लगा लेना चाहिए. जिससे रंग त्वचा को ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे. रंगों को तुरंत धो लेना बेहतर होता है. हो सके तो सांकेतिक होली खेलकर रंगों से दूर ही रहना चाहिए.
डॉ. शशि अग्रवाल
त्वचा रोग विशेषज्ञ
रंगों से आंखों को बचाकर होली खेलनी चाहिए. बाजार में कैमिकलयुक्त रंग आ रहे हैं. इन रंगों का सीधा आंखों के प्रभाव में आ जाने से आंख में जलन होती है. कई ऐसे मामले भी सामने आ चुके हैं. रंगों की काफी मात्रा आंख में चले जाने से लोगों की रौशनी तक जा चुकी है. आंख में रंग चले जाने पर तुरंत स्वच्छ पानी से धोना चाहिए. एंटी बायोटिक आईड्रॉप आंख में डालनी चाहिए. विशेष शिकायत पर चिकित्सक से परामर्श अवश्य लेना चाहिए.
डॉ. एच आर प्रसाद
नेत्र रोग विशेषज्ञ