जुलाई में न्यू मेटरनिटी भवन ध्वस्त होने और फिर पास ही बने सर्जिकल वार्ड का भवन पीडब्ल्यूडी द्वारा कंडम घोषित करने के बाद से जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने में दिक्कत आना शुरू हो गई। सभी वार्डों में मरीजों को जमीन पर गद्दे डालकर इलाज करना पड़ रहा है। बरामदे भी पूरे तरह भर गए। इसके चलते जिला अस्पताल प्रशासन द्वारा जगह की कमी से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा कंडम घोषित किए सर्जिकल वार्ड की जांच फिर से कराने के लिए लिखा है। स्वास्थ्य विभाग उज्जैन के एई राकेश सिंघल ने बताया सीआरएम टीम के साथ निरीक्षण के दौरान जब जिला अस्पताल में जगह की कमी देखी तो इस दिशा में विचार किया। सर्जिकल वार्ड को पीडब्ल्यूडी ने कंडम घोषित कर दिया लेकिन इसे कुछ दुरुस्त कर दिया जाए तो मरीजों को रखा जा सकता है। इसलिए जिला अस्पताल प्रशासन की ओर से पीडब्ल्यूडी को लिखा गया है। पीडब्ल्यूडी इंजीनियर सर्जिकल वार्ड का निरीक्षण कर जो सुधार बताएंगे वो कर लिए जाएंगे।
70 मरीजों की व्यवस्था हो सकेगी सर्जिकल वार्ड में- सर्जिकल वार्ड में 60 बेड थे वहीं यहां 10 बर्न के भी मरीज एक वार्ड में रखे जाते थे। यह भवन दुरुस्त होने पर 70 मरीजों के लिए व्यवस्था हो सकेगी। इससे जिला अस्पताल पर पड़ रही मरीजों का भार कम होगा।
इसी हफ्ते करेंगे निरीक्षण
जिला अस्पताल के कंडम सर्जिकल वार्ड का इसी हफ्ते निरीक्षण किया जाएगा। एमएल माली, एसडीओ, पीडब्ल्यूडी रतलाम