प्रदेश में फिर बिजली कटौती, रतलाम के लिए आज तय होगा प्लान

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रतलाम।  करीब डेढ़ साल बाद प्रदेश में बिजली कटौती फिर शुरू हो गई है। प्रदेश सरकार द्वारा पिछले साल जनवरी से शुरू हुए अटल ज्योति अभियान को झटका लगा है। संभागीय मुख्यालयों पर दो घंटे और जिला मुख्यालयों पर चार घंटे बिजली कटौती की योजना है। हालांकि इंदौर-उज्जैन संभाग में बिजली सप्लाई करने वाली पश्चिम क्षेत्र कंपनी ने फिलहाल अपना प्लान तैयार नहीं किया है। कंपनी अपनी मांग और आपूर्ति का आकलन कर गुरुवार को कटौती का प्लान जारी कर सकती है।
 
मध्य और पूर्वी क्षेत्र बिजली कंपनियां संभाग मुख्यालयों पर दो और जिला मुख्यालयों पर 4 घंटे कटौती करेंगी।

मध्य और पूर्व क्षेत्र बिजली कंपनियों ने कटौती प्लान जारी कर दिए हैं। राजधानी भोपाल को कटौती से मुक्त रखा गया है। गुरुवार से तहसील और ग्रामीण क्षेत्रों में दस घंटे तक कटौती होगी।

अस्थायी संकट

मप्र पॉवर मैनेजमेंट कंपनी के एमडी मनु श्रीवास्तव के अनुसार यह अस्थायी संकट है। सिंगाजी थर्मल पॉवर प्लांट से एक-दो दिन में उत्पादन शुरू हो जाएगा। एनटीपीसी के विंध्याचल से भी उम्मीद है। बारिश हो गई तो हाइडल प्लांट भी शुरू हो जाएंगे।

यह है वजह: 

कोयला-पानी की कमी से प्रदेश में बिजली उत्पादन तेजी से कम हुआ है। प्रदेश के सात हाइडल पॉवर प्रोजेक्ट पूरी तरह बंद हैं।

पीक ऑवर में करीब 7200 मेगावाट बिजली की मांग है। सभी स्रोतों से मिला कर करीब 6500 मेगावाट बिजली मिल पा रही है। करीब 700 मेगावाट के इस अंतर को पाटने के लिए दो-तीन दिन से अघोषित कटौती हो रही थी, इसे गुरुवार से घोषित कर दिया गया है।