आठ माह से रुके विकास कार्यों को लेकर भाजपा पार्षदों की नाराजगी बढ़ती जा रही है। स्थानीय स्तर पर कोई हल निकलता न देख अब पार्षद भोपाल जाने की तैयारी में हैं। फिलहाल रायशुमारी चल रही है। समस्या बताने के लिए संभवत: पार्षद अगले सप्ताह भोपाल जाकर मुख्यमंत्री, प्रभारी मंत्री के साथ पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों से मिल सकते हैं।
अमृत मिशन में बनने वाले सीवरेज सिस्टम को लेकर निगम ने सारे विकास कार्य बंद कर दिए हैं। आठ माह से 49 वार्डों में से एक में भी कोई कार्य नहीं हो पाया। 32 वार्डों में भाजपा पार्षद हैं, विकास कार्य रोक देने से उन्हें रहवासियों का गुस्सा झेलना पड़ रहा है। असंतोष तो पहले ही था लेकिन सीवरेज सिस्टम का मामला कोर्ट में जाने के बाद पार्षदों का धैर्य जवाब दे गया। हालांकि कुछ वार्डों में नगर निगम ने लिए एस्टीमेट बनाना शुरू कर दिया है।
आश्वासन मिला, समस्या वहीं की वहीं
नवंबर के दूसरे सप्ताह में भाजपा के 32 में से 25 पार्षदों ने लिखित में महापौर डॉ. सुनीता यार्दे, विधायक चेतन्य काश्यप और आयुक्त एसके सिंह को आपत्ति दर्ज कराई थी। इससे पार्टी में हलचल मच गई थी। जिलाध्यक्ष बजरंग पुरोहित की समझाइश के बाद विधायक ने पार्षदों से चर्चा की थी। बावजूद पार्षदों में असंतोष बरकरार है। महापौर की तरफ से सकारात्मक पहल न होती देख अब सभी पार्षद एकजुट होकर भोपाल जाने की तैयारी कर रहे हैं।
विकास कार्य बंद होने का विरोध करने के मामले में भाजपा पार्षद दल ही दो धड़े में बंटता नजर आ रहा है। एक तरफ असंतुष्ट पार्षदों का विरोध बढ़ता जा रहा है तो दूसरी तरफ भाजपा के ही कुछ पार्षद इस कवायद से पूरी तरह अलग हैं। इन सब के बीच इतना तो तय है कि विकास कार्यों को लेकर निगम ने कोई कदम नहीं उठाया तो पार्षद कोई बड़ा कदम उठा सकते हैं। बताया जा रहा है कि महापौर डॉ. सुनीता यार्दे दो-तीन दिन में पार्षदों के साथ बैठक करने वाली हैं।
काम शुरू होने का आश्वासन मिला है
विकास कार्य शुरू करने का आश्वासन मिला था। नगर निगम ने एस्टीमेट बनाने की शुरुआत कर दी है। मेरे वार्ड में भी सड़क का एक एस्टीमेट तैयार हो रहा है। प्रक्रिया में थोड़ा समय तो लगेगा। ताराचंद पंचोनिया, पार्षद
लंबे समय से वार्डों के काम रुके हैं
लंबे समय से विकास कार्य नहीं हो रहे हैं। महापौर से भी कहा है कि आगे जाएंगे। भोपाल जाकर प्रभारी मंत्री से मुलाकात करेंगे लेकिन विधायक के आदेश के बाद। वार्ड में विकास कार्य तो होना चाहिए। इंदु अनिल गोखरू, पार्षद
पार्षद थोड़ा तो इंतजार करें
सीवरेज सिस्टम का मामला हाईकोर्ट में जाने से कुछ समय लग रहा है। निर्णय आने के बाद काम शुरू होगा। फिर कार्य होंगे। पार्षदों की समस्या अपनी जगह है। विकास कार्य अच्छे से हों, इसके लिए थोड़ा इंतजार करना चाहिए। प्रेम उपाध्याय, नेता पक्ष
बेवजह का विरोध कर रहे हैं पार्षद
सारे काम बंद नहीं किए हैं, सिर्फ नाली और सड़क के नाम बंद किए हैं। इसके अलावा किसी भी काम के लिए मना नहीं है। पार्षद चाहें तो उनमें से कोई भी काम करवा सकते हैं। काम तो उन्हें ही तय करना है। बेवजह का विरोध कर रहे हैं। डॉ. सुनीता यार्दे, महापौर