रतलाम – राजेश मूणत | रतलाम नगर पालिक निगम के निर्वाचन के लिए अब प्रचार अभियान थमने को है | चुनाव मैदान में उतरे उम्मीदवारों के बारे में उनकी व्यक्तिगत पकड़ से लेकर जय – पराजय को लेकर कयासों का दौर भी प्रारम्भ हो गया है | सट्टा बाज़ार के भी अनुमान सामने आने लगे है | मुद्धाविहीन इन चुनावों में उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला कौन करेगा इसको लेकर भी दावे – प्रतिदावे किये जा रहे है | कोई जातिगत समीकरण को लेकर अनुमान लगा रहा है तो कोई सेबोटेज को लेकर चिंतित है |इन तमाम दावों के बीच एक तथ्य यह है की चुनाव का फैसला युवा मतदाताओं के हाथ में रहेगा |
रतलाम नगर निगम के निर्वाचन में इस बार 18 से 40 वर्ष आयुवर्ग के लगभग 1 लाख 4 हज़ार 821 मतदाता करेंगे | ये मतदाता पिछले लोकसभा और विधानसभा निर्वाचन में तो मोदी रंग में रंगे थे | इस बार इनकी पसंद कौन है , इस पर ही निर्वाचन का परिणाम सामने आयेगा |
रतलाम नगर पालिक निगम की पांचवी परिषद् के चुनाव आगामी 28 नवम्बर को सम्पन्न होने जा रहे है | इस चुनाव में 1 लाख 95 हज़ार 166 मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे | इनमे से 99 हज़ार 529 पुरुष मतदाता और 95 हज़ार 636 महिला मतदाता और एक अन्य है | नगर निगम रतलाम के 49 वार्ड और महापौर पद के लिए होने वाले इस निर्वाचन में 171 प्रत्याशी पार्षद पद के लिए भाग्य आजमा रहे है | महापौर पद के लिए आमने सामने की लड़ाई है | महापौर पद सामान्य वर्ग महिला प्रत्याशी के लिए आरक्षित है |
मतदान के लिए शहर में 242 मतदान केंद्र बनाए गए है | इनमे से 51 मतदान केंद्र संवेदनशील माने गए है | जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ संजय गोयल ने मतदान को सुनिश्चित कराने के लिए अतिरिक्त सहित 271 पीठासीन अधिकारियों को तैनात किया है | अतिरिक्त कलेक्टर श्री वानखेड़े के अनुसार जिला निर्वाचन कार्यालय ने निष्पक्ष एवं स्वतंत्र निर्वाचन के लिए अपनी तैयारी पूरी कर ली है | मतदान के प्रति लोगो को जागरूक बनाने के लिए जोरदार प्रचार अभियान भी चलाया जा रहा है |
रतलाम नगर पालिक निगम की पहली परिषद् के गठन के समय पार्षदों के मध्य से महापौर का निर्वाचन हुआ था | इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी को बहुमत मिला था | इसके बाद जनता ने सीधे निर्वाचन में एक निर्दलीय उम्मीदवार को महापौर के लिए चुना था | बाद के दौनो चुनावों में भाजपा को बहुमत के साथ महापौर के निर्वाचन में सफलता मिली थी | अब पांचवी परिषद् के लिए जनता का मानस किस उम्मीदवार के प्रति बना है यह तो समय के परदे में ढका है | वर्तमान में चुनाव मैदान में महापौर पद पर कांग्रेस और भाजपा के मध्य सीधा मुकाबला है | भाजपा उम्मीदवार शहर की प्रसिद्द महिला चिकित्सक डॉ सुनीता यार्दे है, चिकित्सा जगत में अपने सास ससुर की तर्ज पर डॉ यार्दे दंपत्ति भी रतलाम में एक अलग पहचान रखते है | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की प्रष्ठभूमि से आया यह नाम विगत कई वर्षों से वनवासी कल्याण आश्रम के माध्यम से सेवा के क्षेत्र से जुडा है | कांग्रेस उम्मीदवार प्रेमलता दवे वैसे तो मात्र एक गृहणी है, लेकिन उनके परिवार का राजनैतिक प्रभुत्व पिछले कई वर्षो से कायम है | उनके पति संजय दवे निवृतमान परिषद् में पार्षद है जबकि उनके ससुर स्वर्गीय पंडित मोतीलाल दवे कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे है | वे दो बार विधायक व् राज्य के धर्मस्व मंत्री भी रहे है |
रतलाम नगर निगम निर्वाचन में सबसे अहम् बात यह है की प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला अब युवा मतदाताओं के हाथो में है | वर्तमान निर्वाचन में 18 से 19 वर्ष आयुवर्ग के 5492 मतदाता है, जबकि 20 से 29 वर्ष आयुवर्ग के 51 हज़ार 979 मतदाता है | इसी तरह 30 से 39 वर्ष आयुवर्ग के 47 हज़ार 360 मतदाता है | 40 से 49 वर्ष आयुवर्ग के 38 हज़ार 810 मतदाता है | पचास वर्ष से 59 वर्ष की आयु के 27 हज़ार 013 और वरिष्ठ नागरिक के रूप में 29 हज़ार 512 मतदाता है |
विगत 5 नवम्बर को नाम निर्देशन पात्र दाखिल करने के बाद से दोनों ही दल के प्रत्याशी अपनी पूरी ताकत चुनाव प्रचार में झोंक रहे है | शहर भर में पोस्टर और बैनर टंग गए है | पार्षद उम्मीदवारों के सामने विरोधी पक्ष के प्रत्याशी से ज्यादा समस्या अपने दलों के बागी उम्मीदवार खड़ी कर रहे है | तकरीबन सभी वार्डों में बहुकोणीय मुकाबला है |
चुनाव को रौचक बनाने के लिए उम्मीदवार इस बार अपने प्रचार में फिल्मो के लोकप्रिय गानों की धून पर पेरोडियों के माध्यम से अपनी बात रखने में जुटे है | भाजपा की और से इस चुनाव के लिए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान रोडशो एवं आमसभा कर गए है | तो केन्द्रीय मंत्री थावरचंद गेहलोत संगठन की बैठक के साथ चुनाव घोषणा पत्र का विमौचन कर गए है |
कांग्रेस के लिए प्रदेश के किसी वरिष्ठ नेता का अभी तक आगमन नहीं हुआ | पूर्व सांसद कांतिलाल भूरिया और प्रदेश युवक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सभाओं के माध्यम से मोर्चा सम्हाला है |
महापौर सहित पार्षद प्रत्याशियों में से किसके सर पर जीत का सेहरा बंधेगा यह अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन प्रत्याशी अपने – अपने समर्थको के साथ मैदान में जमकर डटे हुए है |