रतलाम। शहर में कार्यरत पश्चिम बंगाल के स्वर्ण आभूषण बनाने वाले बंगाली कारीगरों द्वारा दुकानदारों का सोना लेकर भागने के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। 15 दिन पहले 250 ग्राम सोना लेकर भागे कारीगर का अभी तक पता नहीं चला था कि एक अन्य कारीगर दूसरे दुकानदार का 58 ग्राम सोना लेकर भाग गया। कारीगर के भागने की जानकारी मिलने पर उसकी तलाश की गई लेकिन उसके घर व दुकान पर ताला मिला। शहर में 10 माह में 7 बंगाली कारीगर अलग-अलग स्थानों से करीब एक किलो सोना लेकर चंपत चुके हैं। दुकानदार ने साथियों के साथ पहुंचकर माणक चौक थाने में आरोपी कारीगर के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने धारा 406 में अमानत में खयानत करने का मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ कर दी है।
जानकारी के अनुसार फरियादी भूपेंद्र सोनी निवासी टाटानगर की चांदनीचौक के वीके मार्केट में कुंदनश्री ज्वेलर्स के नाम से आभूषणों की दुकान है। आरोपी रणजीत गायन पिता श्रीराम गायन (40) निवासी ग्राम गोपीनाथ थाना केशपुरा जिला पश्चिम मिदनापुरा (पश्चिम बंगाल) हालमुकाम गवली मोहल्ला जेवर बनाने का काम करता था। वह ज्वेलर्स की दुकान से सोना ले जाता और धनजीबाई स्थित अपने वर्कशॉप में जेवर बनाकर वापस दे जाता था। वह करीब एक साल से उक्त दुकान के लिए काम कर रहा था। श्री सोनी ने बताया कि गुरुवार को दुकान से रणजीत आभूषण बनाने के लिए 1 लाख 65 हजार रुपए का 58 ग्राम सोना लेकर गया था। शुक्रवार को जानकारी मिली कि वह शहर छोड़कर भाग गया है। उसके वर्कशॉप व घर पहुंचे तो दोनों जगह ताला लगा मिला। वह दीवापली के पहले 30 हजार रुपए नकद भी ले गया था। छानबीन करने पर पता चला कि वह रुपए व सोना लेकर भाग गया है। वे शुक्रवार शाम माणकचौक थाने पहुंचे और रिपोर्ट दर्ज कराई। इस दौरान स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष अशोक सोनी, पूर्व पार्षद गोपाल सोनी व अन्य व्यापारी भी उपस्थित थे।
लगातार हो रहीं वारदातें
पश्चिम बंगाल में रहने वाले कारीगर शहर में बड़ी संख्या में है। कई कारीगर तो यहीं बस गए हैं और उन्होंने अपने वर्कशॉप भी खोल लिए हैं। वहीं कई कारीगर आते-जाते रहते हैं। बंगाली कारीगरों के सोना लेकर भागने की वारदातें आए दिन हो रही है। 15 दिन पहले आरोपी सपन जान पिता निर्भय जान (40) निवासी ग्राम बड़गोपीनाथपुर केसरपुरा जिला पश्चिम मेदिनीपुर करीब आधा दर्जन दुकानदारों का करीब ढाई सौ ग्राम सोना लेकर भाग गया था। उसका अभी तक पता नहीं चला है। इसी प्रकार 21 फरवरी 2014 को आरोपी नासिर खान निवासी पश्चिम बंगाल श्री गणेश ऑर्नामेंट मेन्युफेक्चर संस्थान का180 ग्राम सोना लेकर भाग गया था। उसका भी अभी तक पता नहीं चला है। 24 फरवरी 2014 को धनजीबाई का नोहरा स्थित मंगरौला ज्वलर्स से कारीगर आरोपी प्रिंस शेख निवासी ग्राम कसवारा रोड चिनचाड़ा जिला हुगली (पश्चिम बंगाल) हालमुकाम गवली मोहल्ला 200 ग्राम सोना लेकर भागा था। इसे बाद में पुलिस ने पकड़ लिया लेकिन उसके पास से करीब 20 ग्राम सोना ही जब्त हो पाया था। दो-तीन और कारीकर सोना लेकर भागे थे जिनकी पुलिस में रिपोर्ट नहीं कराई गई।
वेरीफिकेशन जरूर कराएं
स्वर्णकार समाज के अध्यक्ष श्री सोनी ने बताया कि बंगाली कारीगरों के सोना लेकर भागने की इस साल में यह सातवीं घटना है। सोना लेकर भागने वाले कारीगर ज्यादातर पश्चिम बंगाल के मिदनापुर जिले के रहने वाले हैं। रणजीत गायन का पुलिस वेरीफिकेशन भी कराया गया था। कई कारीगर पुलिस वैरीफिकेशन नहीं कराते हैं। सभी दुकानदार अपने यहां कार्यरत बंगारी कारीगरों का पुलिस से वेरीफिकेशन करवाकर रखें। वहीं पुलिस प्रशासन आरोपी रणजीत को गिरफ्तार कर सोना दिलवाने में मदद करें।