लूटेरों की बन आई है रतलाम में – एक माह में दसियों वारदातों से लोगो में खौफ

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इमालवा –  रतलाम | रतलाम में इन दिनों पुलिस सुस्त और लूटेरे चुस्त होकर घूम रहे है | पिछले एक माह के अंतराल में राहजनी की दसियों वारदातों ने आम लोगो में बदमाशो का खोफ कायम करा दिया है | पिछले दिन ही मात्र एक घंटे के अंतराल में चैन स्नेचिंग की दो वारदातों ने गृहिणियो का राह चलना मुश्किल कर दिया है | शहर से लगे जामण नदी क्षेत्र में शिवगढ से लोट रहे एक स्वर्णकार के साथ माह फरवरी में हुई लूट की वारदात के बाद तो चोरी और लूट की वारदाते थमने का नाम नहीं ले रही है |

आम जनता में पुलिस की सुस्त कार्य प्रणाली चर्चा का विषय बन गई है | आम शहरी कहने लगा है की पुलिस अपनी नाकामयाबियाँ छिपाने के लिए जल्द ही कथित कट्टे ( आग्नेय शस्त्र ) पकड़ कर लोगो का ध्यान गंभीर अपराधो से हटाने का काम करेगी | कहा जा रहा है की रतलाम में पदस्थ पुलिस अधीक्षक डॉ रमण सिंह सिकरवार की इमानदार कार्यप्रणाली से परेशान कुछ अधिकारी अपराधियों की धरपकड़ के प्रति लापरवाही बरत रहे है |

पुलिस अधीक्षक श्री सिकरवार ने गंभीर अपराधो की रोकथाम के लिए पुलिस की स्क्वाड भी बना रखी है | लेकिन यह स्क्वाड मात्र अगंभीर श्रेणी के सट्टा – जूआँ जैसे अपराधो के चक्कर में लगी रहती है | इस स्क्वाड पर गत दिनों एक वैवाहिक कार्यक्रम स्थल से बड़ी रकम लेकर जूआँ खेल रहे कई नामचीन लोगो को छोड़ने के आरोप भी लग रहे है | 

क़ानून व्यवस्था की इस बदहाल स्थिति के साथ ही शहरवासी पंगु हो गई यातायात व्यवस्था से भी बुरी तरह हलाकान है | यातायात पुलिस के अधिकारी मात्र चालानी कार्रवाई कर अपने कर्तव्य की खानापूर्ति करते देखे जा सकते है | शहर के लिए तैनात प्रशिक्षु आइपीस गौरव तिवारी नगर पुलिस अधीक्षक के अपने कार्यकाल में पूरी तरह फ्लाप साबित हो रहे है | जबकि उनके शुरूआती तैनाती काल में लोगो ने उनकी कार्यप्रणाली की खूब प्रशंसा की थी |

हालात यह है की जिला मुख्यालय पर पदस्थ नगर निरीक्षको में से एक ने भी अभी तक कोई चमकदार पुलिस कार्रवाही नहीं की है | इनमे से एक टीआइ जो की सबसे महत्वपूर्ण थाने पर पदस्थ है उनकी बीमार हालत ने पूरी व्यवस्था को ही बीमार कर दिया है |

लोगो की तकलीफ यह है की एक तरफ अपराधी बैखोफ होकर अपनी कारगुजारिया अंजाम दे रहे है और दूसरी और पुलिस चैन लूट जैसी घटना की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं करती है | लोगो को पुलिस रिपोर्ट दर्ज करवाने के लिए जनप्रतिनिधियों से एप्रोच करना पढ़ रही है | रतलाम जहां उप पुलिस महानिरीक्षक जैसे वरिष्ठ अधिकारी का मुख्यालय भी है वहां पुलिस व्यवस्था की यह दयनीय हालात  लोगो में चिंता का विषय बन गई है |