अंगुली के निशान से खुलेगा रिकॉर्ड रूम का दरवाजा

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रतलाम। कलेक्टोरेट स्थित अभिलेखागार (रिकॉर्ड रूम) में अब किसी भी व्यक्ति को प्रवेश करने से पहले अपनी अंगुली के निशान मशीन में दर्ज कराना होंगे। थंब इंप्रेशन मशीन से यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही रूम का दरवाजा खुलेगा। बुधवार को कलेक्टर डॉ. संजय गोयल ने रिकॉर्ड रूम का निरीक्षण कर रिकॉर्ड जल्द रखने के निर्देश दिए।

मालूम हो कि भू-अभिलेख सहित अन्य दस्तावेजों का डिजीटलाइजेशन किया जा रहा है। इसी के चलते कलेक्टोरेट के रिकॉर्ड रूम में मरम्मत के साथ कई नए प्रावधान किए गए हैं। लगभग एक साल से मरम्मत का काम यहां चल रहा था।

हर बार दर्ज होगी जानकारी

अब रिकॉर्ड रूम के भवन में तीन प्रवेश द्वार बनाए गए हैं। इसमें हर द्वार पर थंब इंप्रेशन मशीन लगाई गई है। इससे जब भी कोई कर्मचारी रिकॉर्ड लेने या किसी अन्य काम से रूम का दरवाजा खोलेगा, उसकी जानकारी व समय मशीन में दर्ज हो जाएगी। इससे दस्तावेजों में होने वाले हेरफेर पर भी अंकुश लगेगा।

कीट-दीमक से प्रूफ

रिकॉर्ड रूम में अल्ट्रा साउंड तकनीक का उपयोग किया गया है। इससे किसी भी प्रकार के कीट, दीमक या अन्य जंतुओं से रिकॉर्ड खराब होने का खतरा नहीं रहेगा। खास तौर पर बारिश के दौरान नमी से होने वाली खराबी से निपटने के भी इंतजाम किए गए हैं।

वेतनवृद्धि रोकने के आदेश

निरीक्षण के दौरान रिकॉर्ड रूम के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के मौके पर नहीं मिलने व सफाई नहीं होने से नाराज कलेक्टर ने कर्मचारी की वेतनवृद्धि रोकने के निर्देश दिए। -निप्र

नहीं होगी गड़बड़ी

रिकॉर्ड रूम में थंब इंप्रेशन मशीन लगने से दस्तावेजों की सुरक्षा और बेहतर हो जाएगी। इसी तरह किसी अन्य तरह से गड़बड़ी करना भी संभव नहीं होगा।

-डॉ. संजय गोयल, कलेक्टर