करमदी ट्रेंचिंग ग्राउंड का भी उपयोग करेगा नगर निगम

0

कचरे के निपटान और रिसाइकिलिंग के लिए बनने जा रहे इंट्रीग्रेटेड सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम में निगम जुलवानिया ट्रेंचिंग ग्राउंड के साथ करमदी वाले पुराने ट्रेंचिंग ग्राउंड को भी उपयोग में लेगा। ट्रीटमेंट प्लांट जुलवानिया में लगेगा जबकि झाबुआ व आलीराजपुर से आने वाला अतिरिक्त वेस्ट को करमदी ट्रेंचिंग ग्राउंड में स्टोर करने की योजना है। निगम ने जुलवानिया के साथ करमदी ट्रेंचिंग ग्राउंड को सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम के लिए तैयार करना शुरू कर दिया है।

सीवरेज सिस्टम के तहत करमदी ट्रेंचिंग ग्राउंड में 6 में से एक एसटीपी (सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट) भी लगना है। इसी कारण स्वच्छ सर्वेक्षण के पहले निगम करमदी ट्रेंचिंग की थोड़ी बहुत कुछ साफ-सफाई कर चुका है, जल्द ही यहां पूरी सफाई करवाई जाएगी। जरूरत होने पर आसपास की जमीनों को मिलाकर इसका दायरा भी बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल तो निगम जुलवानिया ट्रेंचिंग ग्राउंड पर जल्द ही इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के काम शुरू करने की तैयारी कर रहा है।

यह है सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की योजना

54.83 करोड़ की लागत से बनेगा, पीपीपी मोड पर 60 प्रतिशत प्राइवेट अॉपरेटर शेयर और 40 प्रतिशत राज्य सरकार मिलाएगी, झाबुआ और रतलाम में ट्रीटमेंट प्लांट लगेंगे, रतलाम, झाबुआ, आलीराजपुर के 17 शहरों से आने वाले 166.50 टन कचरे का हर रोज निपटान होगा, प्राइवेट ऑपरेटर रिसाइकिल कर अन्य उत्पादन भी बना सकेगा।

भंडारण के काम में लिया जाएगा

जुलवानिया ट्रेंचिंग ग्राउंड में ट्रीटमेंट प्लांट लगना है। इसलिए जल्द ही इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का काम शुरु हो जाएगा। जरूरत होने पर करमदी ट्रेंचिंग ग्राउंड को कचरे के भंडारण के काम में लिया जाएगा। एस.के. सिंह, आयुक्त-नगर निगम

इंफ्रास्ट्रक्चर के यह काम

एप्रोच रोड को नई बनाया जाएगा।

बाउंड्रीवॉल बनाकर ट्रेंचिंग ग्राउंड को कवर किया जाएगा।

कचरा अंदर तक जाए, इसलिए खंतियां खोदकर वहा तक सड़कें बनेंगी।

प्लास्टिक कचरा निपटान के लिए टीन शेड का निर्माण अंतिम चरण में है।

बेलिंग और फटका मशीनें आ चुकी हैं, जो स्थापना के बाद जल्द ही चालू हो जाएगी।

बिजली लाइन डालकर रोशनी के लिए स्ट्रीट लाइट लगेगी।