कलेक्टर श्रीमती रुचिका चौहान ने वित्तिय वर्ष 2018-19 के समाप्ति पर बुधवार प्रातः जिला कोषालय का निरीक्षण किया। उनके द्वारा मार्च 2019 में किए गए आय-व्यय का गहन परीक्षण किया गया, साथ ही ऑनलाईन जमा की जाने वाली राशि की समीक्षा करते हुए स्ट्रांग रूम का भी निरीक्षण किया गया। तथा कोर्ट एवं विभिन्न जमाकर्ताओं द्वारा कोषालय के दृढ़कक्ष में जमा किए जाने वाले बहुमूल्य वस्तुओं के पैकेटो का भी सेम्पल रूप में भौतिक सत्यापन किया गया। तथा उन्होंने स्टॉप टिकिट का भी निरीक्षण किया। जिला कोषालय अधिकारी श्री जी.एल गुवाटिया, सहायक कोषालय अधिकारी श्री मुनिया तथा स्टाफ कर्मचारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती चौहान द्वारा माह जनवरी 2019 में ही जिले के समस्त विभागों के बजट का समय सीमा में उपयोग किए जाने के सम्बंध में निर्देश दिए थे, उक्त निर्देशों के पालन में कोषालय द्वारा लगातार विभिन्न विभागों के बजट की समीक्षा की गई। एवं समय-समय पर सम्बंधित अधिकारियों को भी आगाह किया गया। जिसके परिणामस्वरूप जिले के सभी डीडीओ द्वारा बजट का समूचित उपयोग किया गया। जिले में कोई बजट लेप्स जैसी स्थिति निर्मित नही हो सकी।
माह मार्च 2019 में अंतिम कार्यदिवस तक जिले की विभिन्न शासकीय भुगतानकर्ता बैंको द्वारा कोषालय अधिकारी के निर्देष पर रू. 159 करो़ड़ 44 लाख 76 हजार 809 का भुगतान किया गया। जबकि बैंको द्वारा मेन्युयल रूप से चालान 08 करो़ड़ 45 लाख 11 हजार 926 के जमा किए गए। इस प्रकार माह में रू. 150 करोड़ 99 लाख 64 हजार 809 रिजर्व बैंक के नामे किए गए।
जिले में ऑनलाईन चालान के माध्यम से भी भारी मात्रा में जमाकर्ताओं द्वारा राशि जमा की गई। जिसमें प्रमुख रूप से आबकारी विभाग 17 करोड़ 67 लाख, पंजीयक विभाग 14 करोड़ 30 लाख, खनिज 03 करोड़ 53 लाख, राजस्व विभाग 01 करोड़ 09 लाख के मेन्युअल तथा 40 लाख ऑनलाईन चालान जमा किए गए। पुलिस विभाग द्वारा 24 लाख मेन्युअल तथा 6300 के ऑनलाईन चालान जमा किए गए। अन्य प्रशासनिक सेवा में 02 करोड़ 13 लाख, वाणिज्य कर 01 करोड़ 42 लाख, सहकारिता विभाग 03 लाख 85 हजार की राशि ऑनलाईन साइबर ट्रेजरी के माध्यम से जमा की गई।
कलेक्टर ने जिला कोषालय के डबल लॉक कक्ष में पहुंचकर संधारण व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की, विभिन्न रजिस्टर्स में हस्ताक्षर किए, जिला कोषालय की विभिन्न गतिविधियों की बिंदुवार जानकारी प्राप्त की साथ ही जिला कोषालय अधिकारी को शासकीय कार्य संधारण के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए व कार्यप्रणाली पर संतोष व्यक्त किया गया।