जीएसटी : कल प्रदेश बंद के बाद भी जारी रहेगा विरोध, 2 जुलाई से होगी भूख हड़ताल

0

जीएसटी के प्रावधानों से नाराज व्यापारियों ने 30 जून को रतलाम और मप्र बंद के साथ ही आगे भी लगातार विरोध करने का फैसला कर लिया है। इसे लेकर व्यापारियों ने संघर्ष समिति बनाई है, जो 1 जुलाई से विरोध की रणनीति तय करेगी। हालांकि व्यापारियों का एक धड़ा बंद के विरोध में है। इंदौर के व्यापारी 2 जुलाई से गांधी प्रतिमा पर क्रमिक भूख हड़ताल पर बैठेंगे। यह निर्णय बुधवार को अहिल्या चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के बैनर तले बैठक में लिया गया। समिति प्रदेश के सभी व्यापारिक संगठनों का इंदौर में व्यापारिक महाधिवेशन भी बुलाएगी। शेष|

इसमें विरोध किस तरह करना है, इस पर फैसला होगा। संघर्ष समिति में हंसराज जैन, इसाक चौधरी, विनय बाकलीवाल, नरेंद्र बाफना सहित अन्य पदाधिकारियों को शामिल किया गया है। वहीं व्यापारियों ने प्रशासनिक सख्ती की आशंका को देखते 30 जून को आधी रात राजबाड़ा पर प्रदर्शन करना रद्द कर दिया है, लेकिन दिन में व्यापारी अपने-अपने बाजार में शांतिपूर्वक बंद और घंटियां बजाकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। बैठक में चैंबर के अध्यक्ष रमेश खंडेलवाल, महामंत्री सुशील सुरेका, रसनिधि गुप्ता के साथ ही 70 से अधिक व्यापारी उपस्थित थे।

जीएसटी के विरोध में दवा व्यापारी एसोसिएशन ने भी दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया है। इसलिए जो भी जरूरी दवा लेना है वह 29 जून को ही खरीद लें।

कपड़ा बाजार, अनाज मंडियां भी नहीं खुलेंगी
श्रीमंत महाराजा तुकोजीराव क्लॉथ मार्केट मर्चेंट्स एसोसिएशन के बैनर तले 65 से अधिक कपड़ा एसोसिएशन ने प्रदेश के सभी कपड़ा बाजार बंद रखने का निर्णय लिया। उन्होंने कपड़ा महासंघ बनाया। कपड़ा व्यापारी 1 जुलाई से काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। मप्र अनाज दलहन तिलहन व्यापारी महासंघ के अध्यक्ष गोपालदास अग्रवाल ने कहा कि 30 जून को सभी मंडियां भी बंद रहेंगी।