कमिश्नर उज्जैन श्री अजीत कुमार ने बुधवार को संभाग के जिलों में विभिन्न योजनाओं, कार्यक्रमों में प्रगति की समीक्षा वीसी के माध्यम से की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि रतलाम जिले में इस खरीफ मौसम में सोयाबीन की उत्पादकता बढ़ाने के प्रयास किया जाए। वर्तमान उत्पादकता 14.50 क्विंटल प्रति हेक्टेयर है। इसे 17 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक लाने का प्रयास जिला कृषि विभाग करें। इसके लिए रिजफरो पद्धति, रेज्ड बेज्ड पद्धति को बढ़ावा दिया जाए। किसानों को फर्टिलाइजर के समुचित उपयोग के लिए मार्गदर्शन दिया जाए। इस अवसर पर रतलाम एनआईसी कक्ष में प्रभारी कलेक्टर श्री सोमेश मिश्रा, अपर कलेक्टर श्री जितेंद्र सिंह चौहान, सुश्री निशा डामोर, निगमायुक्त श्री एस.के सिंह, जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
कमिश्नर ने वीसी में निर्देशित किया कि किसानों को गुणवत्ता युक्त खाद, बीज, कृषि आदान मिले। इसके लिए सघन जांच अभियान संचालित किया जाए। खाद-बीज विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों की सतत् जांच की जाए। बगैर लाइसेंस कृषि आदान विक्रय करने वालों के विरुद्ध प्रकरण दर्ज किए जाएं। प्रभारी कलेक्टर श्री मिश्रा ने कमिश्नर को बताया कि रतलाम जिले में अब तक 105 बीज नमूने तथा 61 उर्वरक नमूने जांच के लिए प्राप्त किए गए हैं। विभिन्न दुकानों पर की गई जांच में अनियमितता पाए जाने पर 4 दुकानदारों के विरुद्ध शोकॉज नोटिस जारी किए गए हैं। कमिश्नर ने जिलों में खरीफ मौसम के लिए खाद-बीज उपलब्धता की जानकारी प्राप्त की। रतलाम जिले से बताया गया कि राष्ट्रीय बीज निगम से 1300 तथा मध्य प्रदेश बीज निगम से 300 क्विंटल सोयाबीन बीज मंगवाया गया है। शेष मात्रा की पूर्ति जिले में मौजूद बीज उत्पादक संस्थाओं से की जाएगी। कमिश्नर ने सख्ती से निर्देशित किया कि बाहर से बीज केवल राष्ट्रीय अथवा मध्य प्रदेश बीज निगम से ही प्राप्त किया जाए। कमिश्नर ने बाढ़ आपदा प्रबंधन के तहत राज्य स्तर की चेक लिस्ट के अनुसार तैयारी के निर्देश जिलों को दिए। उन्होंने पेयजल की भी समीक्षा की। जनसुनवाई सीएम हेल्पलाइन में पेयजल संबंधी शिकायतों के तुरंत निराकरण के निर्देश दिए। इस संबंध में जनपद अध्यक्षों से भी चर्चा के निर्देश कलेक्टरों को दिए गए।
कोचिंग सेंटरों पर विभिन्न सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के लिए कमिश्नर द्वारा जिलों से जानकारी प्राप्त की गई। कोचिंग सेंटर पर 2 दरवाजे, अग्निशमन व्यवस्था, टॉयलेट, सीसीटीवी इत्यादि मापदंडों के आधार पर जांच के निर्देश कमिश्नर द्वारा दिए गए।
कमिश्नर द्वारा राजस्व न्यायालयों में प्रकरणों के निपटारे की भी समीक्षा की गई। रतलाम नजूल तहसीलदार के न्यायालय में कुल 66 प्रकरण लंबित है। इसी प्रकार जिले में सभी न्यायालयों के रीडर्स के पास 2 हजार 801 प्रकरण प्रस्तुत करने के लिए लंबित है। कमिश्नर ने निर्देशित किया कि राजस्व अधिकारी जुर्माना लगाने से पूर्व संबंधित व्यक्ति को पर्याप्त सुनवाई का अवसर दें। प्रकरणों में प्रक्रिया का पूरा पालन करें, धारा 40 के मामले में भी इसी प्रकार सावधानी बरती जाए।