रोहित शर्मा को सलामी बल्लेबाज के रूप में मिली अपार सफलता ने उनके अंतरराष्ट्रीय कैरियर को नया जीवन प्रदान किया है और उनका मानना है कि जब से उन्होंने भारतीय जर्सी पहनी है तब से उनकी मौजूदा फार्म उनके लिये सर्वश्रेष्ठ और सबसे संतोषजनक दौर रही है।शर्मा ने कहा, निरंतर अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए, यह बतौर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर निश्चित रूप से मेरा सर्वश्…
रोहित शर्मा को सलामी बल्लेबाज के रूप में मिली अपार सफलता ने उनके अंतरराष्ट्रीय कैरियर को नया जीवन प्रदान किया है और उनका मानना है कि जब से उन्होंने भारतीय जर्सी पहनी है तब से उनकी मौजूदा फार्म उनके लिये सर्वश्रेष्ठ और सबसे संतोषजनक दौर रही है।शर्मा ने कहा, निरंतर अच्छे प्रदर्शन को देखते हुए, यह बतौर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर निश्चित रूप से मेरा सर्वश्रेष्ठ दौर है। मैं सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी नयी भूमिका का लुत्फ उठा रहा हूं। मैं सफल हो रहा हूं और मेरे योगदान से टीम को मदद मिल रही है, ये चीजें इस दौर को और संतोषजनक बना देती है। मैं इस अच्छी फार्म को बरकरार रखने की उम्मीद लगाये हूं।पारी का आगाज करने के लिये कहे जाने के बाद मुंबई के इस 26 वर्षीय क्रिकेटर ने 12 मैचों में पांच अर्धशतकों के अलावा दो 50 रन के करीब की पारियां खेली हैं और वह इसे लिये अपनी बेहतरीन तकनीक को श्रेय देते हैं।मोहाली में इंग्लैंड के खिलाफ बतौर सलामी बल्लेबाज पहली पारी में उन्होंने 83 रन की मैच विजेता पारी खेली थी। उन्होंने कहा, मुझे अपनी तकनीक पर हमेशा भरोसा था। सलामी बल्लेबाज का काम विशेषज्ञता वाला है लेकिन मैं हमेशा जानता था कि अगर मुझे शीर्ष क्रम में मौका दिया गया तो मैं यह जिम्मेदारी बखूबी निभा सकता हूं।उन्होंने आगे कहा, मैंने भारत के लिये टी20 में दो बार पारी का आगाज किया है, इसलिये मेरे लिये यह बिलकुल नया अनुभव नहीं था। उन्होंने स्वीकार किया कि पारी का आगाज करने की पेशकश अचानक उनके पास आयी थी।