कार्डिफ के मैदान पर टीम इंडिया ने लंका पर की धमाकेदार जीत दर्ज और जीत में सबसे अलग रंग बिखेरा खुद कप्तान धोनी ने। मैदान पर धोनी को आपने बल्ले के ब्लास्ट से विरोधियों के छक्के छुड़ाते हुए देखा था। मैदान पर कारगर रणनीति बना विरोधी टीम के हर दांव को पस्त करते हुए देखा था लेकिन कार्डिफ में लंका के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में धोनी दिखे एक हैरान करने वाल…
कार्डिफ के मैदान पर टीम इंडिया ने लंका पर की धमाकेदार जीत दर्ज और जीत में सबसे अलग रंग बिखेरा खुद कप्तान धोनी ने। मैदान पर धोनी को आपने बल्ले के ब्लास्ट से विरोधियों के छक्के छुड़ाते हुए देखा था। मैदान पर कारगर रणनीति बना विरोधी टीम के हर दांव को पस्त करते हुए देखा था लेकिन कार्डिफ में लंका के खिलाफ सेमीफाइनल मुकाबले में धोनी दिखे एक हैरान करने वाले अंदाज़ में।धोनी ने पैड और ग्लब्स उतार संभाल ली गेंदबाज़ी की कमान। हालांकि धोनी पहले भी गेंद से दिखा चुके हैं जौहर और उनके खाते में दर्ज है एक वन-डे विकेट भी लेकिन सेमीफाइनल जैसे बड़े मुकाबले में उनका ये अवतार चौंकाने वाला थी। धोनी ने किसी मंझे हुए मीडियम पेसर की तरह लंकाई गेंदजबाज़ों के सामने फेंका इन स्विंगर गेंदे।मैच के बाद धोनी से इस बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि गेंद स्विंग हो रही थी और भुवनेश्वर ने 8-9 ओवर कर लिए थे, हमे तेज गेंदबाज़ों के कुछ ओवर आखिरी ओवरों के लिए बचाने थे, हमारे पास दो ऑप्शन थे, विराट और मैं, दिनेश के टीम में होने की वजह से मैंने सोचा कि मैं गेंदबाज़ी करूं, अगर मैं खराब भी करता, तो एक ओवर के बाद बॉलिंग छोड़ देता, गेंदबाज़ी ठीक हुई तो मैंने 2-3 ओवर गेंदबाज़ी कराई।कार्डिफ के सीमिंग कंडीशंस में धोनी ने अपने धारदार गेंदबाज़ी से लंकाई बल्लेबाज़ों को खूब परेशान किया। खासतौर पर अपने पहले ही ओवर में धोनी महेला का विकेट लेने में लगभग हो गए थे कामयाब। धोनी के अंदर आती हुई इस दूसरी गेंद पर अनुभवी महेला खा गए चकमा और अंपायर अलीम डार ने उठा दी उंगुली लेकिन डीआरएस के जरिए बाल-बाल बचे महेला। विकेट लेने से धोनी जरूर चूक गए लेकिन लंका के खिलाफ धोनी ने 4 ओवर में सिर्फ 17 रन दिए लेकिन बड़े मुकाबले में धोनी ने इस बड़े फैसले के जरिए ये जरूर साबित कर दिया कि वो वाकई है सबसे बड़े बाजीगर और सेमीफाइनल जैसे मैच में इस तरंह का चौकाने वाले फैसला विश्व में सिर्फ एक ही कप्तान ले सकता है और वो हैं मस्त मतवाले माही।