स्पॉट फिक्सिंग मामले में राजस्थान टीम के खिलाड़ी सिर्फ मैदान पर ही नहीं बाहर भी बुकी के तौर पर काम कर रहे हैं। पकड़े गए 11 बुकीज में से 1 अमित सिंह पिछले साल राजस्थान की टीम में एक फास्ट बॉलर के तौर पर खेल चुका है।31 साल का यह खिलाड़ी अहमदाबाद का रहनेवाला है और घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में गुजरात की ओर से खेलता रहा है। पुलिस का दावा है कि उसने अमित… स्पॉट फिक्सिंग मामले में राजस्थान टीम के खिलाड़ी सिर्फ मैदान पर ही नहीं बाहर भी बुकी के तौर पर काम कर रहे हैं। पकड़े गए 11 बुकीज में से 1 अमित सिंह पिछले साल राजस्थान की टीम में एक फास्ट बॉलर के तौर पर खेल चुका है।31 साल का यह खिलाड़ी अहमदाबाद का रहनेवाला है और घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट में गुजरात की ओर से खेलता रहा है। पुलिस का दावा है कि उसने अमित और अजीत चंदीला के बीच फोन पर होने वाली स्पॉट फिक्सिंग टैप की है और अमित ने ही चंदीला को बताया था कि उसे ओवर करने से पहले क्या सिग्नल देना है।अमित ने बेहद जूनियर रैंक से क्रिकेट खेलना शुरू किया था और रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट में उसका नाम काफी जाना पहचाना है। आमतौर पर नई गेंद से बॉलिंग की शुरुआत करने वाला अमित हार्ड हिटर के तौर पर मशहूर है। अमित आईपीएल सीजन-2 में शेन वॉर्न की कप्तानी में खेला था और एक मैच में उसे मैन ऑफ द मैच का खिताब भी मिला था। हालांकि अमित के बॉलिंग ऐक्शन पर भी उंगलियां उठती रही है और इसके लिए उसे बॉलिंग में बैन भी किया गया था पर आईपीएल के अगले सीजन में अमित की फिर वापसी हुई और आखिरी मैच उसने मई 2012 में खेला था।