भारतीय हॉकी के महान गोलकीपर पी आर श्रीजेश को यहां पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि अगले दो तीन महीने पर खिलाड़ी से कोच बनने के लिए खुद को तैयार करने पर बिताएंगे। यहां उनके स्वागत में हवाई अड्डे से पालारिवत्तोम तक रोडशो किया गया।
श्रीजेश ने कहा, ‘देश के लिए कड़ी मेहनत करके, कई कुर्बानियां देकर पदक जीता और यह सिर्फ मेरा नहीं बल्कि देश का पदक है। इस खुशी का हिस्सा बनना सोने पे सुहागे जैसा है। खुशी दुगुनी हो गई है।’ उन्होंने कहा, ‘अब मुझे एक खिलाड़ी से एक कोच बनना है। इसके लिए मानसिक रूप से तैयारी करनी होगी। अगले दो तीन महीने वही करूंगा।’
यहां पहुंचने पर श्रीजेश के स्वागत के लिए काफी भीड़ जमा थी जिनमें कई विधायक भी थे। लोगों ने हाथ में श्रीजेश की तस्वीर वाले प्लेकार्ड ले रखे थे। रोडशो के दौरान खुली जीप में श्रीजेश ने लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। उन्हें फूल, गुलदस्ते भेंट किये गए और लोगों में उनसे हाथ मिलाने की होड़ लगी थी। श्रीजेश ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद हॉकी को अलविदा कह दिया। अब वह जूनियर टीम के कोच होंगे।