धोनी ने दिया देशवासियों को सबसे बड़ा तोहफा

0

महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों बुलंदियों के शिखर पर है और अपनी कप्तानी में धोनी ने देशवासीयों को ठीक उसी समय एक बड़ा टूर्नामेंट जीतकर तोहफा दिया है। जिस समय भारतीय टीम ने जीता था अपना पहला विश्व कप। आज है 1983 वर्ल्ड कप की 30वी सालगिरह और 25 जून 1983 में कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया इंग्लैंड में बनीं थी विश्व विजेता और दूसरी तरफ भारत ने इंग्लैंड… धोनी ने दिया देशवासियों को सबसे बड़ा तोहफा

महेंद्र सिंह धोनी इन दिनों बुलंदियों के शिखर पर है और अपनी कप्तानी में धोनी ने देशवासीयों को ठीक उसी समय एक बड़ा टूर्नामेंट जीतकर तोहफा दिया है। जिस समय भारतीय टीम ने जीता था अपना पहला विश्व कप। आज है 1983 वर्ल्ड कप की 30वी सालगिरह और 25 जून 1983 में कपिल देव की कप्तानी में टीम इंडिया इंग्लैंड में बनीं थी विश्व विजेता और दूसरी तरफ भारत ने इंग्लैंड में ही चैंपियन ट्रॉफी पर कब्जा किया है तो माही आर्मी ने चैंपियंस ट्रॉफी 2013 जीत कर  1983 की 30वी सालगिरह पर दिया है देश वासियों को नायाब तोहफा।भारतीय क्रिकेट प्रेमियों के लिए आज का दिन खास है क्योंकि ठीक 30 साल पहले टीम इंडिया पहली बार बनी थी विश्व चैम्पियन। साल 1983 में कपिल देव की कप्तानी में आज ही के दिन भारतीय टीम ने जीता था वनडे विश्व कप। 30 साल पहले टीम इंडिया बनी थी पहली बार वनडे विश्व चैम्पियन। कपिल की सेना ने लॉर्ड्स के मैदान पर रचा था इतिहास। एक ऐसा कारनामा जिसे देखकर आज भी हर हिन्दुस्तानी का सीना गर्व से हो जाता है चौड़ा। वह भी तब जब भारतीय टीम की गिनती कमज़ोर टीमों में होती थी लेकिन पहले टीम ने फाइनल में पहुंचकर सबको हैरान किया और फिर फाइनल में दो बार की विश्वन चैम्पियन वेस्टइंडीज़ को पटखनी दे दी।लॉर्ड्स पर फाइनल फाइटवेस्टइंडीज़ के सामने फाइनल में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए भारतीय बल्लेबाज़ जल्दी जल्दी आउट होते रहे और टीम इंडिया महज़ 183 रन पर ऑल आउट हो गई। लेकिन फिर कपिल के डेयरडेविल्स ने किया कमाल और क्लाइव लॉयड की टीम को महज़ 140 रन पर ऑल आउट कर दिया। कपिल देव का लपका हुआ विवियन रिचर्ड्स ये कैच कभी भुलाए नहीं भूलेगा जबकि मोहिंदर अमरनाथ का आखिरी विकेट लेते ही खुशी मनाते हुए गैलरी की तरफ भागना बेहद यागदार पल था और फिर कपिल ने जैसी ही वर्ल्ड कप की ट्रॉफी चूमी तो क्रिकेट के सुनहरे पन्नों में इतिहास दर्ज हो चुका था।इसके बाद विश्व कप जीतने का सूखा 28 साल तक चलता रहा और कपिल के करिश्मे को कोई नहीं दोहरा पाया लेकिन 2 साल पहले धोनी एंड कंपनी ने देश को वही खुशी दे दी जो 1983 में कपिल की सेना ने दी थी।