क्रिकेटर धोनी के लिए अपने कारोबार का जवाब देना मुश्किल हो सकता है। एक अंग्रेजी अखबार ने खुलासा किया है कि कम से कम तीन और कंपनियों में धोनी और उनके दोस्त अरुण पांडे के बीच कारोबारी रिश्ते थे। जब पांडे की कंपनी रहिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में भी धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी की बात आई थी तो धोनी ने इस आरोप को खारिज कर दिया था।धनवान धोनी का खेल देखो!भले…
क्रिकेटर धोनी के लिए अपने कारोबार का जवाब देना मुश्किल हो सकता है। एक अंग्रेजी अखबार ने खुलासा किया है कि कम से कम तीन और कंपनियों में धोनी और उनके दोस्त अरुण पांडे के बीच कारोबारी रिश्ते थे। जब पांडे की कंपनी रहिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट में भी धोनी की 15 फीसदी हिस्सेदारी की बात आई थी तो धोनी ने इस आरोप को खारिज कर दिया था।धनवान धोनी का खेल देखो!भले ही धोनी कहें कि अब दोस्त अरुण पांडे की कंपनी रहिति स्पोर्ट्स में वो हिस्सेदार नहीं लेकिन दोस्त अरुण पांडे के साथ उनके कारोबारी रिश्ते सिर्फ एक कंपनी तक ही सीमित नहीं थे। अखबार के मुताबिक रहिति एमएसडी एलामोड कंपनी में कुल 65 फीसदी शेयर धोनी और उनकी पत्नी के नाम पर हैं। कंपनी की बाकी बाकी 35 फीसदी अरुण पांडे और रहिति स्पोर्ट्स के नाम है।साक्षी के अलावा अरुण पांडे की बहन और मां भी रहिति एमएसडी एलामोड की डायरेक्टर हैं। यही नहीं इस कंपनी के दफ्तर का पता वसंत कुंज में वही है जिसे रहिति स्पोर्ट्स के हेड ऑफिस के तौर पर दर्ज करवाया गया है।मार्च 2013 में रहिति एमएसडी एलामोड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने ही स्पोर्ट्सफिट वर्ल्ड ओवरसीज़ प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी बनाई। इस कंपनी में कुल 10 हज़ार शेयर्स में 73 फीसदी रहिति एमएसडी एलामोड के नाम थे यानी स्पोर्ट्सफिट वर्ल्ड ओवरसीज़ प्राइवेट लिमिटेड में धोनी कुल 47.5 फीसदी हिस्सेदार हुए।इस कंपनी के दफ्तर का एड्रेस भी रहिति स्पोर्ट्स और एमएसडी एलामोड के दफ्तर का ही पता है। बिज़नेसमैन धोनी के इस साम्राज्य में रहिति-एमएसडी एन मोटर स्पोर्ट्स कंपनी भी शामिल है। मोटरसाइकिल रेसिंग को प्रमोट करने वाली इस कंपनी में एमएसडी एलामोड ने 2012 में सवा करोड़ रुपये लगाए। इसके अगले दिन ही एन-स्पोर्ट्स को अपने नाम में रहिति-एमसीडी जोड़ने का हक मिल गया।ज़ाहिर है अगर धोनी और अरुण पांडे के बीच ये कारोबारी रिश्ते हकीकत हैं तो धोनी ये दलील नहीं दे सकते कि टीम इंडिया के तीन खिलाड़ियों को मैनेज करने वाली रहिति स्पोर्ट्स से उनका कोई ताल्लुक नहीं। तो क्या ये माना जाए कि कैप्टन धोनी और कारोबारी धोनी के हितों में वाकई टकराव है?