राजस्‍थान से बदला लेने उतरेंगे केकेआर के राइडर्स

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आज आईपीएल में सिर्फ एक ही मुकाबला खेला जाएगा जिसमें राजस्थान का मुकाबला होगा कोलकाता के साथ। केकेआर का मकसद पिछली हार का बदला लेना होगा जबकि रॉयल्स चाहेंगे प्लेऑफ के लिए एक कदम और बढ़ाना।मौजूदा सीजन में मिली इस हार का बदला जरूर लेना चाहेंगे कोलकाता के नाइटराइडर्स लेकिन जिस तरह से केकेआर लगातार हार को लगा रही है गले उसे देखकर यह बदला लेना इस टीम के… राजस्‍थान से बदला लेने उतरेंगे केकेआर के राइडर्स

आज आईपीएल में सिर्फ एक ही मुकाबला खेला जाएगा जिसमें राजस्थान का मुकाबला होगा कोलकाता के साथ। केकेआर का मकसद पिछली हार का बदला लेना होगा जबकि रॉयल्स चाहेंगे प्लेऑफ के लिए एक कदम और बढ़ाना।मौजूदा सीजन में मिली इस हार का बदला जरूर लेना चाहेंगे कोलकाता के नाइटराइडर्स लेकिन जिस तरह से केकेआर लगातार हार को लगा रही है गले उसे देखकर यह बदला लेना इस टीम के लिए कतई आसान नहीं।कैसे लेगी कोलकाता बदला?टूर्नामेंट में डिफेंडिंग चैंपियन अब तक दस में से सिर्फ तीन मैच जीत सकी है और दिल्ली से मिली पिछली हार ने प्लेऑफ में बने रहने की उम्मीदों को झटका दिया है। अब कोलकाता को अपने बचे सभी मैच जीतने जरूरी हैं और इसकी शुरुआत होगी ईडेन में होने वाली टीम के आखिरी मुकाबले से। गलत टीम सेलेक्शन और कप्तान की जिद्द का खामियाज़ा य़भिगत रही टीम को अब ओवरहॉलिग की जरूरत है। खासकर कालिस और पठान की जगह टीम को मैक्कुलम के ज्यादा इस्तेमाल और डसकाटे जैसे ऑलराउंडर पर दांव खेलना ही होगा। अलावा इसके मनविंदर बिस्ला-गौतम गंभीर की जोड़ी को अब अनकंसिस्टेंटसी से पार पाने का इलाज ढूंढना होगा तो मिडिल ऑर्डर म फ्लॉप यूसुफ पठान को बाहर का रस्‍ता दिखाने की जरूरत है। मौजूदा सीजन में पठान ने अब तक दस मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने सिर्फ 128 रन बनाए हैं। वहीं बॉलिंग में भी टीम की नैय्या पार लगाने वाला कोई नजर नहीं आ रहा। सुनील नारायण को पिछले मैच में ली का साथ मिला लेकिन खराब फीलिडिंग बालाजी जैसे गेंदबाज़ों को और कमजोर कर रही है।रॉयल्स का हल्ला बोलकोलकाता बेहाल है तो युवा राजस्थान लागातार बोल रही है हल्ला और नौ में से छह मुकाबले जीत चुके हैं शिल्पा के रॉयल्स। द्रविड़ का हर दांव हिट है पिछले मैच में बैंग्लोर के खिलाफ संजू सैमसन को प्रमोट करने का दांव 172 का चेस में सुपर हिट साबित हुआ। शेन वॉटसन के तूफानी शॉट्स किसी भी टीम के गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाने के लिए काफी है। इनके अलावा अजिंक्या रहाणे, कप्तान द्रविड़ और बैड हॉज की तिकड़ी भी दिखा रही है दम। स्टुअर्ट बिन्नी टीम के लिए कई छोटी लेकिन अहम पारियां खेल चुके हैं। वहीं बॉलिंग डिपार्टमेंट में जेम्स फॉल्कनर कर रहे हैं बल्लेबाजों को फुस्स और वह सोलह विकेट के साथ राजस्थान के सबसे कामबाब गेंदबाज हैं जबकि चंडिला की फिरकी भी बल्लेबाज़ों पर फंदा बन कर कस रही है। हालंकि इस टीम की मुश्किल यह है कि अपने घरेलू मैदान पर यह टीम अजेय है लेकिन अपने घर के बाहर रॉयल्स डगमगा जाते है लेकिन राजस्थान बैंग्लोर के खिलाफ जीत के बाद दो दिन के आराम से फ्रेश है तो रायपुर से वापिस पहुंची कोलकाता हार के गम से थकी हुई जिससे पार पाने के लिए टीम को गंभीर दम दिखाना होगा।