धर्मशाला। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा है कि लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू करना हमारे लिए इतना आसान नहीं है। लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू करने को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी।
अनुराग ठाकुर ने कल कहा कि आप अचानक से पूरे प्रबंधन और वर्तमान सेटअप से हट नहीं सकते हो। बीसीसीआई के राज्य संघ हैं। इसके बाद जोन, जिला संघ और क्लब हैं। कुछ राज्यों के तो 4000 से ज्यादा सदस्य हैं। बदलाव के लिए निचले स्तर तक जाना होगा और इसमें समय लगेगा।हम अपना जवाब कोर्ट में देंगे।
सुप्रीम कोर्ट ने ठाकुर से कहा था कि वह व्यक्तिगत हलफनामा दाखिल करके बताएं कि उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के चेयरमैन डेव रिचड्र्सन को सिफारिशों पर अपना रुख रखने को कहा था या नहीं। इससे संबंधित सवाल पर जब अनुराग ठाकुर ने कहा कि वकील से बातचीत करके आगे की कार्रवाई की जाएगी। हालांकि शनिवार को हुई बीसीसीआई की विशेष आम बैठक में यह तय किया गया है कि बोर्ड अधिकतर सिफारिशों को नहीं मानेगा।
सुप्रीम कोर्ट ने हाल में ही कहा था कि बीसीसीआई कोई फैसला लेने से पहले लोढ़ा समिति से अनुमति ले। इसी पर तंज कसते हुए अनुराग ने कहा कि हमने नंबर वन टेस्ट टीम बनने पर भारतीय क्रिकेट टीम को एक करोड़ रुपए देने का फैसला किया है। अब देखते हैं कि समिति इसके लिए अनुमति देती है कि नहीं।
डीआरएस का विरोध नहीं
डीआरएस से जुड़े प्रश्न पर ठाकुर ने कहा कि हमने डिसीजन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) का कभी विरोध नहीं किया। हम चाहते थे कि ये स्वीकार करने से पहले पूरी तरह भरोसेमंद और शत प्रतिशत ठीक हो। आईसीसी के जनरल मैनेजर ज्यॉफ एलार्डिक 20 अक्टूबर को दिल्ली में डीआरएस को लेकर प्रजेंटेशन दे सकते हैं। इसी दिन दिल्ली में दूसरा वनडे हैं। इसमें कोच अनिल कुंबले, महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली भी शामिल होंगे। फिर इस पर आगे का फैसला किया जाएगा।