कप्तान चुप हैं लेकिन किसी ने बोलने की हिम्मत दिखाई। बीसीसीआई के सदस्य और कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन को पद छोड़कर क्रिकेट की गरिमा बचाने की नसीहत दी है।जिस बात की शिकायत पूरे देश को थी पहली बार उसे दूर करने की कोशिश ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की है। सिंधिया ने बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन को साफ-साफ हिदायत दी है कि पाक… कप्तान चुप हैं लेकिन किसी ने बोलने की हिम्मत दिखाई। बीसीसीआई के सदस्य और कांग्रेसी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन को पद छोड़कर क्रिकेट की गरिमा बचाने की नसीहत दी है।जिस बात की शिकायत पूरे देश को थी पहली बार उसे दूर करने की कोशिश ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की है। सिंधिया ने बीसीसीआई चीफ श्रीनिवासन को साफ-साफ हिदायत दी है कि पाक साफ साबित होने तक श्रीनिवासन को अपनी कुर्सी छोड़ देनी चाहिए। सिंधिया ने कहा कि क्रिकेट की पवित्रता बहाल करना जरूरी है और ये काम हर किसी को मिलकर करना है।ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही श्रीनिवासन को इस्तीफा देने की सलाह दे रहे हों लेकिन उनके सलाह का श्रीनिवासन पर कोई असर नहीं पड़ा है। उन्होंने सिंधिया की मांग पर टिप्पणी देने से इनकार कर दिया।उधर पूर्व क्रिकेटर और बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने ज्योतिरादित्य के उस बयान का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने श्रीनिवासन से नैतिक आधार पर इस्तीफा सौंपने की बात कही थी।यह पहली बार है जब बीसीसीआई के अंदर से ही श्रीनिवासन के खिलाफ खुले तौर पर किसी ने आवाज उठाई है लेकिन इस्तीफा ना देने की जिद पर अड़े श्रीनिवासन पर इसका क्या असर होता है ये देखना होगा।