भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और राजस्थान रायल्स के उनके दो साथियों को निलंबित कर दिया और कहा कि जांच के बाद दोषी पाये जाने पर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।बीसीसीआई सचिव संजय जगदाले ने बयान में कहा, ‘अभी तीनों खिलाड़ी अंकित चव्हाण, अजित चंदीला और एस श्रीसंत को लंबित जांच तक निलंबित किया गया…
भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने आईपीएल में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और राजस्थान रायल्स के उनके दो साथियों को निलंबित कर दिया और कहा कि जांच के बाद दोषी पाये जाने पर इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।बीसीसीआई सचिव संजय जगदाले ने बयान में कहा, ‘अभी तीनों खिलाड़ी अंकित चव्हाण, अजित चंदीला और एस श्रीसंत को लंबित जांच तक निलंबित किया गया है। इस मामले में संलिप्त व्यक्तियों के बारे में सारी जानकारी जुटायी जाएगी और यदि उन्हें दोषी पाया जाता है तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने श्रीसंत और उनके दो अन्य साथियों अजित चंदीला और अंकित चव्हाण को कल रात राजस्थान रायल्स और मुंबई इंडियन्स के बीच वानखेड़े स्टेडियम में मैच के बाद गिरफ्तार किया। क्रिकेटरों और सट्टेबाजों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 420 (धोखाधड़ी) और 120बी (आपराधिक षडयंत्र) के तहत आरोप लगाये गये हैं। उन्हें आगे की पूछताछ के लिये दिल्ली लाया जा रहा है।बोर्ड ने कहा कि वह दिल्ली पुलिस की जांच में पूरा सहयोग करेगा। बीसीसीआई ने कहा, बीसीसीआई ताजा घटनाक्रम से हैरान और दुखी है। बीसीसीआई की भ्रष्टाचार के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति रही है। हम इस मामले की जांच में दिल्ली पुलिस और सभी अन्य एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग करेंगे। आईपीएल संचालन परिषद ने इसमें संलिप्त क्रिकेटरों के खिलाफ सख्ती से पेश आने का फैसला किया है।पुलिस ने इस मामले में मुंबई में सात और दिल्ली में तीन सट्टेबाजों को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस को दिल्ली के दो अन्य सट्टेबाजों की तलाश है। बीसीसीआई ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि फ्रेंचाइजी से अच्छा अनुबंध होने के बावजूद खिलाड़ी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। बोर्ड ने कहा, बीसीसीआई खेल के किसी भी प्रारूप में भ्रष्टाचार को रोकने के लिये खिलाडि़यों और सहयोगी स्टाफ को शिक्षित करने और उन पर निगरानी रखने के लिये आईसीसी की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा की सेवाएं लेता है। बयान में कहा गया है, असल में यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की शिक्षा और खेल की सर्वश्रेष्ठ परिस्थितियों के बावजूद लगता है कि कुछ खिलाड़ी इस तरह की हरकतों में संलिप्त रहते हैं।