सचिन पर मोहित भारीः 5 रन, 7 गेंद और 8 मिनट

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धोनी के चहेते तेज गेंदबाज मोहित शर्मा ने सचिन तेंदुलकर का विकेट उखाड़कर जोर का झटका दिया है।

हालांकि पहली पारी में महज पांच रन बनाने वाले सचिन तेंदुलकर के पास इस मैच में बड़ी पारी खेलने का एक और मौका है।

सचिन अगले महीने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने जा रहे हैं और इस सिलसिले में वह अपनी तैयारियों में जुटे हैं।

अपने अंतिम टेस्ट सीरीज में बड़ी पारी खेलने के इरादे से वह संभवतः आखिरी बार रणजी ट्रॉफी में मुंबई की ओर से रोहतक में मैच खेलने उतरे हैं।

लेकिन रविवार को हरियाणा के खिलाफ वह खास नहीं कर सके। वह पांच रन, सात गेंद और आठ मिनट तक क्रीज पर रहने के बाद अपना विकेट गंवा 

उम्मीदें बढ़ीं, दबाव बढ़ा और इसी के साथ ही उनके बल्ले से निकलने वाले शतक का इंतजार भी बढ़ गया। अपने आखिरी रणजी मैच की पहली पारी में सचिन के रनों का कारवां पांच रनों पर आकर ठिठक गया।

मोहित ‌ने किया निराश
हरियाणा को 134 रनों पर समेटने के बाद जब मुंबई मुंबई के दो विकेट गिरे तो बल्लेबाजी के शहंशाह ने मैदान पर कदम रखा।

अपने ट्रेडमार्क स्ट्रेट ड्राइव से प्रशंसकों की उम्मीदों को पंख भी लगाए, लेकिन तभी मोहित शर्मा की वो गेंद आई, जिसने खचाखच भरे स्टेडियम को खामोश कर दिया।

मो‌हित शर्मा टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के चहेते गेंदबाज हैं और उन्होंने कई मौके पर बेहतरीन गेंदबाजी कर सुर्खियां बटोरी है।

सचिन तेंदुलकर बोल्ड हो गए। बेशक गेंद में अतिरिक्त उछाल था, लेकिन मास्टर ब्लास्टर 24 साल से ऐसी गेंदों से पार पाते रहे हैं।

हालांकि अभी भी सचिन के पास एक पारी बाकी है, जिसमें यादगार प्रदर्शन कर वे अपने घरेलू क्रिकेट करियर का ऐतिहासिक समापन कर सकते हैं।

मुंबई को दो रन की बढ़त
हरियाणा को पहली पारी में 134 रनों पर समेटने के बाद मुंबई ने पहली पारी में 136 रन बनाए।

मुंबई टीम महज दो रनों की बढ़त हासिल कर सकी। हरियाणा की ओर से जोगिंदर शर्मा ने 16 रन देकर पांच विकेट झटके।

मुंबई की ओर से अंजिक्य रहाणे ने सर्वाधिक 51 रनों का स्कोर किया। 

तेंदुलकर को गार्ड ऑफ ऑनर
इस मैच के बाद सचिन को वेस्टइंडीज के खिलाफ छह नवंबर से शुरू हो रहे पहले टेस्ट में हिस्सा लेना है।

इससे पहले मैदान पर उतरते वक्त हरियाणा और मुंबई की टीमों ने सचिन तेंदुलकर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

पहले दिन के खेल के दौरान सचिन उतने ही फिट नजर आ रहे थे, जितने कि अपने करियर में हमेशा दिखाई देते रहे हैं। यानी कि मास्टर शारीरिक और मानसिक रूप से तैयार हैं अपनी विदाई सीरीज में ब्लास्ट करने के लिए।