सनराइजर्स की जीत में गेंदबाज़ों ने सबसे अहम रोल निभाया। खासकर डेल और अमित मिश्रा ने पुणे को अपनी गेंदों से परेशानी में डाले रखा। टी-20 क्रिकेट में 127 रनों को डिफेंड करना लगभग नामुमकिन सा माना जाता है। लेकिन पुणे के खिलाफ सनराइजर्स के गेंदबाज़ों ने ऐसा समां बांधा जिसने नामुमकिन को मुमकिन कर दिया।मिश्रा की मारटीम इंडिया से बाहर अमित मिश्रा ने अपनी घ…
सनराइजर्स की जीत में गेंदबाज़ों ने सबसे अहम रोल निभाया। खासकर डेल और अमित मिश्रा ने पुणे को अपनी गेंदों से परेशानी में डाले रखा। टी-20 क्रिकेट में 127 रनों को डिफेंड करना लगभग नामुमकिन सा माना जाता है। लेकिन पुणे के खिलाफ सनराइजर्स के गेंदबाज़ों ने ऐसा समां बांधा जिसने नामुमकिन को मुमकिन कर दिया।मिश्रा की मारटीम इंडिया से बाहर अमित मिश्रा ने अपनी घूमती हुई गेंदो में बल्लेबाज़ों को इस कदर छकाया कि पुणे का मिडिल ऑर्डर धराशायी हो गया। मिश्रा ने मनीष पांडे और नायर को तो आउट किया है लेकिन सबसे अहम रहा सिक्सर किंग युवराज सिंह का विकेट जिन्हें अपनी चालाकी से मिश्रा ने पवेलियन की राह दिखाई। इस लेग स्पिनर ने ने 4 ओवर गेंदबाज़ी की जिसमें 19 रन देकर 3 विकेट चटकाए। पुणे के वॉरीयर्स की कमर चोडने वाले मिश्रा को मैन ऑफ द मैच चुना का अवॉर्ड भी मिला।स्टेन ने उगली आगस्टेन की स्टेन गन से निकलने वाली गेंदों ने पूणे के लोअर ऑर्डर के बल्लेबाज़ो को एसा छलनी किया की पुणे की टीम महज़ 104 रनों पर ही ढेर हो गयी। नई गेंद से पहले दो ओवरों में स्टेन ने महज़ 4 रन दिए और फिर अपने आखिरी ओवर की 5 गेंदों में 3 विकेट चटका कर सनराइज़र्स को पहले ही मुकाबले में दिला दी शानदार जीत। स्टेन ने 3.5 ओवर गेंदबाज़ी कर महज़ 11 रन देकर 3 विकेट अपनी झोली में डाले।यह स्टेन और मिश्रा की लाजवाब गेंदबाज़ी का ही कमाल था कि नए नाम के साथ अपना पहला मैच खेल रही हैदराबाद की टीम ने आईपीएल सिक्स में किया जीत से आगाज़।