आईपीएल में बेंगलोर रॉयल चैंलेंजर्स के खिलाड़ी क्रिस गेल को भी मिला था 4.25 लाख रुपए का गिफ्ट, सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर मिल रही है। उन्हें 29 अप्रैल को जयपुर के ज्वेलर्स बंधु और बुकी पवन व संजय ने ये महंगा गिफ्ट दिया था।फिक्सिंग के तार लगातार खिलाडि़यों और कई अन्य लोगों से जुड़ते जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बुकी पवन जयपुर और…
आईपीएल में बेंगलोर रॉयल चैंलेंजर्स के खिलाड़ी क्रिस गेल को भी मिला था 4.25 लाख रुपए का गिफ्ट, सूत्रों के हवाले से ऐसी खबर मिल रही है। उन्हें 29 अप्रैल को जयपुर के ज्वेलर्स बंधु और बुकी पवन व संजय ने ये महंगा गिफ्ट दिया था।फिक्सिंग के तार लगातार खिलाडि़यों और कई अन्य लोगों से जुड़ते जा रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, बुकी पवन जयपुर और संजय जयपुर ने क्रिस गेल को 29 अप्रैल को जयपुर में अपने ज्यूलरी शोरूम में बुलाया था. इस मुलाकात के दौरान क्रिस गेल को सवा चार लाख रुपये की सोने की ज्यूलरी भेंट में दी गई। जानकारी यह भी है कि इसमें विंदू दारा सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जब स्पॉट फिक्सिंग का मामला सामने आया तो विंदू ने दोनों बुकीज को यहां से दुबई भागने में मदद भी की थी।इसके अलावा विंदू दारा सिंह के बारे में एक और जानकारी यह भी मिली है कि वे ‘मोती सन्स’ नाम की एक कंपनी के स्वतंत्र निर्देशक (इंडिपेंडेंट डायरेक्टर) थे। यह कंपनी किसी और की नहीं, बल्कि बुकीज पवन और संजय जयपुर की है. दोनों बुकीज का असली नाम संदीप छाबड़ा और संजय छाबड़ा बताया जा रहा है।दिल्ली पुलिस कमिश्नर नीजर कुमार ने शुक्रवार को कहा था कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में किसी विदेशी खिलाड़ी का नाम शामिल नहीं है, लेकिन क्रिस गेल का नाम सामने आने से पुलिस के ये दावे खारिज हो गए हैं। अब यह आशंका जताई जा रही है कि दूसरे विदेशी खिलाड़ी भी इस फिक्सिंग के जाल में जकड़े हो सकते हैं।