टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले खिलाड़ियों को मिल रही रकम से संतुष्ट नहीं हैं। वह खिलाड़ियों की ‘सैलरी’ में 300 फीसदी तक वृद्धि चाहते हैं। इसके लिए उन्होंने बीसीसीआई प्रशासकों की समिति को लेटर लिखा है। प्रस्ताव पर अभी चर्चा नहीं हुई है। सूत्रों के मुताबिक, यह बोर्ड की कमाई में खिलाड़ियों की हिस्सेदारी से जुड़ा है।
टेलिविजन से होने वाली इनका का 70 फीसदी हिस्सा बीसीसीआई को जाता है। बाकी बचे 30 फीसदी में से 26 पर्सेंट खिलाड़ियों के हिस्से जाता है। दूसरे स्रोतों से होने वाली कमाई का 26 फीसदी खिलाड़ियों को मिलता है। कुंबले चाहते हैं कि टीवी रेवेन्यू सहित सभी स्रोतों से होने वाली कमाई का 26 फीसदी हिस्सा खिलाड़ियों को मिले।
उदाहरण के तौर पर 2015-16 में मीडिया राइट से 648 करोड़ रुपये की कमाई हुई। कुंबले के फॉर्म्युले से खिलाड़ियों को 170 करोड़ रुपये खिलाड़ियों को मिलना चाहिए था, जबकि करीब 50 करोड़ रुपये ही उन्हें मिले। पिछले साल बोर्ड की कुल कमाई 1,365 करोड़ रुपये रही, कुंबले के मॉडल से इसमें खिलाड़ियों का हिस्सा 354 करोड़ रुपये बनता है।
मौजूदा प्रावधानों के मुताबिक आईसीसी से बोर्ड को मिलने वाली रकम से खिलाड़ियों को कुछ नहीं मिलता है। अनुमान के मुताबिक यह राशि अगले आठ साल में 3000 करोड़ रुपये होगी। कुंबले चाहते हैं कि इसमें भी खिलाड़ियों को हिस्सा मिले। यदि कुंबले के प्रस्तावों को मान लिया जाए तो खिलाड़ियों की कमाई में 300 फीसदी का इजाफा हो सकता है।
इस संबंध में अनिल कुंबले से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन बीसीसीआई और सीओए सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की कि भारतीय कोच की ओर से प्रस्ताव भेजा गया है। बेंगलुरु में सालाना बीसीसीआई अवॉर्ड नाइट के इतर पर इस मुद्दे पर उन्होंने कुछ बात की थी। इसके बाद बोर्ड को विस्तार से प्रस्ताव भेजा है।