भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की सीरीज का चौथा टेस्ट मैच आज से मैनचेस्टर में शुरू हो रहा है. लॉर्ड्स टेस्ट में जीत का जश्न अभी शबाब पर ही था कि इंग्लैंड ने तीसरे टेस्ट में भारत को पटखनी देकर सीरीज 1-1 से बराबर कर ली. फिलहाल दोनों टीमों की कोशिश अब चौथे टेस्ट को जीतकर सीरीज में बढ़त लेने की होगी.
लॉर्ड्स टेस्ट हारने के बाद ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड की टीम पूरी तरह से बिखरी हुई है, लेकिन साउथम्पटन में जीत इंग्लैंड के लिए महज एक जीत नहीं थी, बल्कि ये जीत टीम को दोबारा एक यूनिट के तौर पर खड़ी कर गई. इस समय मेजबान इंग्लैंड से ज्यादा टीम इंडिया के सामने मुश्किलें हैं:
बिखरी हुई है टीम इंडिया
ईशांत शर्मा का चोटिल होकर टीम से बाहर निकलना भारत के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा, और भारत तीसरे टेस्ट में अपनी गेंदबाजी को लेकर लगातार जूझता रहा. चौथे टेस्ट में भी ईशांत की गैरमौजूदगी ने कप्तान धोनी की मुश्किलें जहां पहले से ही बढ़ा रखी थीं, वहीं मोहम्मद शमी का आउट ऑफ फॉर्म होना, पंकज सिंह का नॉटिंघम में विकेटलेस जाना कप्तान के सिर दर्द को और बढ़ा रही है. ऐसे में सवाल है कि क्या वरुण एरोन को टीम में शामिल किया जाना चाहिए? सवाल यहां सिर्फ गेंदबाजी का नहीं बल्कि कई और भी हैं. बल्लेबाजी में शिखर धवन, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली, रोहित शर्मा का फॉर्म बहुत बड़ी चिंता का कारण है. ऐसे में फिर से सवाल उठता है कि क्या धवन की जगह पर गौतम गंभीर को शामिल किया जाना चाहिए? क्या रोहित शर्मा को एक और मौका मिलना चाहिए?
इस सीरीज में मुरली विजय और अजिंक्या रहाणे की बल्लेबाजी बेहतरीन रही है और भारत को उम्मीद रहेगी कि इन दोनों का फॉर्म ऐसा ही रहे. वहीं कुछ मौकों पर कैप्टन कूल एम एस धोनी और रवींद्र जडेजा का भी बल्ला बोला है, हालांकि दोनों अभी तक लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं.
इंग्लैंड के हौसले हैं बुलंद
भारत के मुकाबले मेजबान टीम की मुश्किलें कम दिखती हैं. तीसरे टेस्ट में इंग्लैंड के लगभग सभी बल्लेबाज शानदार फॉर्म में दिखे. चोटिल स्टुअर्ट ब्रॉड की जगह पर हो सकता है कि स्टीवन फिन को मौका दिया जाए. इसके अलावा टीम में कोई बदलाव की गुंजाइश नजर नहीं आती. हालांकि क्रिस जॉर्डन और क्रिस वोक्स की गेंदबाजी इंग्लैंड के लिए थोड़ी चिंता की बात जरूर है.
पिच रिपोर्ट
इस दौरे में पिच भी चर्चा का एक बड़ा मुद्दा रही. यहां तक की आईसीसी भी इस सीरीज की पिचों से अब तक खुश नहीं है. हालांकि कहा जा रहा है कि मैनचेस्टर की पिच अब तक की सभी पिचों से तेज होगी. हालांकि इसमें लॉर्ड्स जैसी घास नहीं होगी.
चेतेश्वर पुजारा अपने 2000 टेस्ट रन से 160 रन पीछे हैं, जबकि कोहली को टेस्ट में 2000 रन पूरा करने के लिए 178 रनों की जरूरत है.
भारत ने मैनचेस्टर में अब तक 8 मुकाबले खले हैं, लेकिन अब तक उन्हें किसी भी मैच में जीत नसीब नहीं हुई है, जबकि 3 मैचों में हार का मुंह देखना पड़ा है. 1990 के बाद ये पहला मौका है जब भारत और इंग्लैंड मैनचेस्टर में टेस्ट मैच खेल रहे हैं.