रात 9 बजे के बाद भी स्मार्टफोन से चिपके रहने वाले सावधान

0

स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले हो जाएं सावधान. एक नई स्टडी के मुताबिक रात 9 बजे के बाद स्मार्टफोन पर चिपके रहने वाले लोगों की कार्यक्षमता और ध्यान में कमी आती है. उनकी जॉब परफॉर्मेंस पर भी इसका बुरा असर पड़ता है.

वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में हुई स्टडी के मुताबिक अगर कोई रात में भी स्मार्टफोन पर लगा रहता है, तो उसकी सुबह पर इसका सीधा असर पड़ता है. हावर्ड बिजनेस रिव्यू में प्रकाशित रिसर्च पेपर के मुताबिक ये सच है कि स्मार्टफोन लोगों को चुस्त दुरुस्त रखने में मददगार होते हैं. मगर इसके लिए सही वक्त का चुनाव भी जरूरी है. अगर आप देर शाम तक फोन की स्क्रीन पर कभी काम, तो कभी आराम के लिहाज से नजरें टिकाए रहते हैं, तो अगली सुबह आप चिड़चिड़ापन और थकान महसूस कर सकते हैं.

देर रात स्मार्टफोन का इस्तेमाल नींद की गुणवत्ता पर भी असर डालता है. अगर नींद बेहतर नहीं होगी, तो अगली सुबह तनाव से भरी होना तय है. रिसर्चर के मुताबिक स्मार्टफोन हमारे दिमाग को बहुत ज्यादा सक्रिय रखते हैं. अगर देर रात तक इन पर काम किया जाए, तो बिस्तर पर जाने के बाद भी दिमागी सक्रियता बनी रहती है. ऐसे में अच्छी नींद के लिए जरूरी आराम नहीं मिल पाता. नतीजतन, शरीर की बैटरी नींद के जरिए कम चार्ज हो पाती है.

रिसर्च में यह सलाह दी गई कि आज के जमाने के स्मार्ट मैनेजर्स को स्मार्टफोन पर अपनी निर्भरता को रचनात्मक ढंग से तय करना होगा. मसलन, दिन के किसी एक तय वक्त में वह स्मार्टफोन से खुद को दूर कर लें. या उस दौरान फोन चेक न करें. इससे कार्यक्षमता बेहतर होगी. ये एक शॉर्ट ब्रेक की तरह होगा. इसी तरह ईमेल का जवाब देने के लिए भी एक टाइमलाइन बनाने से चीजें बेहतर हो सकती हैं.