स्मार्टफोन की रैम कितनी होनी चाहिए इसपर लंबे समय से चर्चा हो ही है। माना जाता है कि रैम जितनी ज्यादा होगी, डिवाइस ऐप्स को उतनी ही आसनी से हैंडल कर सकता है। इन दिनों 6 जीबी रैम वाले कई स्मार्टफोन्स मार्केट में उपलब्ध हैं और कुछ कंपनियां 8 जीबी वाले स्मार्टफोन्स भी अनाउंस कर चुकी हैं। मगर चीन की स्मार्टफोन कंपनी वावे के एग्जिक्युटिव लाओ शी मानते हैं कि स्मार्टफोन को इतनी ज्यादा रैम की जरूरत नहीं होती।
ऐंड्रॉयड अथॉरिटी की रिपोर्ट के मुताबिक लाओ शी ने अपने वीबो पेज पर कहा है कि स्मार्टफोन्स के लिए 4 जीबी रैम काफी होती है और इतने में वे आसानी से फंक्शन कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि वावे के 4 जीबी रैम वाले स्मार्टफोन्स अन्य कंपनियों के 6 जीबी रैम वाले स्मार्टफोन्स के बेहतर काम करते हैं।
उदाहरण देते हुए वह कहते हैं कि 2 जीबी रैम वाला आईफोन 4जीबी रैम वाले ऐंड्रॉयड फोन से बेहतर काम करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि परफॉर्मेंस सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के कॉम्बिनेशन और तालमेल पर निर्भर करती है। उन्होंने कहा कि ज्यादा रैम ऐड करने से डिवाइस की कीमत बिना वजह बढ़ जाती है।
शी ने विस्तार से बताते हुए कहा कि 6 जीबी रैम लगाना खराब नहीं है मगर इतनी रैम की जरूरत ही नहीं होती। खास बात यह है कि शी के यह कॉमेंट वावे के हाल ही में लॉन्च किए गए कुछ स्मार्टफोन्स के खिलाफ भी जाते हैं। वावे के Mate 9 Pro, P10 और P10 Plus में 6GB रैम लगी हुई है। कंपनी के सब ब्रैंड ऑनर ने भी 6जीबी रैम वाला Honor V9 लॉन्च किया है।
शी के इन कॉमेंट्स के बीच ध्यान देने वाली बात यह है कि पिछले दिनों लॉन्च हुए LG G6 में 4GB ही रैम है। यह भी कहा जा रहा है कि अपकमिंग सैमसंग गैलक्सी S8 और S8+ में 4GB रैम ही होगी।