एक्साइज ड्यूटी के विरोध में मंगलवार को सोना-चांदी से चमकने वाला सराफा बाजार गमगीन माहौल में डूबा था। सराफा व्यापारियों ने एक्साइज ड्यूटी के विरोध में मंगलवार सुबह एक्साइज ड्यूटी की अर्थी निकाली। इसमें सराफा व्यापारी बारी-बारी से कांधा देते चल रहे थे। जब तक सूरज-चांद रहेगा जेटली तू बदमान रहेगा जैसे नारे लगा रहे थे। अर्थी शहर के प्रमुख मार्गों से होती हुई सराफा बाजार पहुंची। यहां अंतिम संस्कार किया गया। उठावना 17 मार्च को दिल्ली में होगा। इस दिन सराफा व्यापारी दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली महारैली में शामिल होंगे।
14वें दिन भी बंद रहा सराफा बाजार
इधर सराफा बाजार 14वें दिन भी बंद रहा। व्यापारियों ने धरना दिया। 2012 में केंद्र सरकार ने सोने के गहनों पर एक्साइज ड्यूटी लगा दी थी। इसके विरोध में सराफा बाजार 21 दिन बंद रहा था। आखिरकार सरकार को एक्साइज ड्यूटी वापस लेना पड़ी थी।
आज दो बसों से दिल्ली रवाना होंगे सराफा व्यापारी
50 से ज्यादा सराफा व्यापारी दो बसों से दिल्ली के लिए बुधवार दोपहर में रवाना होंगे। यहां महारैली में शामिल होंगे। सराफा एसोसिएशन अध्यक्ष झमक भरगट, उपाध्यक्ष विशाल डांगी, अनोखीलाल कटारिया, कांतिलाल छाजेड़, संजय छाजेड़, शरद पावेचा, निर्मल मूणत, रवि मोठिया, रमणलाल पिरोदिया, मुकेश कटारिया, कीर्ति बड़जात्या, अशोक सोनी, राजेश शर्मा आदि मौजूद थे।
नारेबाजी करते हुए सराफा व्यापारियों ने एक्साइज ड्यूटी की अर्थी निकाली।