नई दिल्ली। भारत माता की जय बोलने को लेकर एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी के दिए गए बयान पर मुद्दा गरमाता जा रहा है। शिवसेना ने गुरुवार को कहा कि जो लोग यह नारा लगाने से इंकार करते हैं, उनकी नागरिकता और मताधिकार छीन लेनी चाहिए। शिवसेना ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से यह भी जानना चाहा कि भारत-समर्थक नारे लगाने से मना करने के बाद ओवैसी को राज्य से जाने कैसे दिया गया।

ओवैसी ने भारत माता का अपमान किया

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में अन्य मुसलमानों पर भी निशाना साधा है, जो भारत में रह रहे हैं। मुखपत्र में लिखा गया है कि ओवैसी ने भारत माता का अपमान किया है। अब ओवैसी के विरोध में मुसलमानों को भारत माता की जय-जयकार करना होगा। जो भारत माता की जय नहीं बोलेंगे, उनकी नागरिकता रद्द करो। उनका मतदान का अधिकार छीन लो।

विधायक पर कार्रवाई का ओवैसी ने किया विरोध

वहीं एमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने अपने विधायक के खिलाफ हुई कार्रवाई को संविधान के खिलाफ बताया है। उन्होंने कहा है कि भारत माता की जय न बोलना भी अभिव्यक्ति यानी बोलने की आजादी है। इसके साथ ही यह मुद्दा गरमाता जा रहा है। गौरतलब है कि ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहाद उल मुसलीमीन (एआईएमआईएम) विधायक वारिस पठान को बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा से भारत माता की जय नहीं बोलते के कारण निलंबित कर दिया गया था। पठान पूरे बजट सत्र तक निलंबित रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी के राम कदम ने जब पठान को भारत माता की जय बोलने के लिए कहा तो उन्होंने ऐसा करने से मना कर दिया, जिसके बाद सदन में हंगामा हो गया। उनके मना करने के बाद दूसरी पार्टी के नेता भी नाराज हो गए, जिन्होंने कहा कि एआईएमआईएम नेता को तत्काल सदन से निलंबित कर देना चाहिए।

By parshv