रतलाम/बाजना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा और ग्रामोदय भारत उदय कार्यक्रम में शामिल होने जा रही यात्रियों से भरी बस बाजना तहसील मुख्यालय से करीब सात किलोमीटर दूर खेरदा-रतनगढ़पीठ मार्ग पर पलट गई। इससे बस में सवार 26 यात्री घायल हो गए। घायलों को बाजना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद पांच गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रतलाम रैफर किया गया।
जानकारी के अनुसार गुरुवार सवेरे एक बस बाजना जनपद के ग्राम कुंडल, देवका, भोजपुरा, भंडारिया, ठिकरिया के ग्रामीणों को लेकर महू जाने के लिए रवाना हुई थी। तभी रास्ते में खेरदा-रतनगढ़पीठ के बीच सुबह करीब सवा सात बजे बस एक अन्य बस को ओवरटेक करने के दौरान सड़क किनारे लगे पेड़ से टकराकर खाई में जा गिरी। इससे बस में सवार 26 यात्री घायल हो गए। बस के आगे का कांच फूट गया। मामूली चोट लगने वाले यात्री बस से पहले बाहर निकले, बाद में अंदर फंसे गंभीर घायलों को निकाला गया।
सूचना मिलने पर बाजना थाना प्रभारी वरुण तिवारी, डॉयल-100 का दल व अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और घायलों को बाजना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भिजवाया। पांच गंभीर घायलों रुपा पिता ज्योति चारेल (60) निवासी ग्राम कुंडल, रावजी पिता दल्लू मईड़ा (35) निवासी ग्राम आमलीया माल, हुकिया पिता भीला मईड़ा (52) निवासी ग्राम भूरीघाटी, मांगीलाल पिता राहमिंग डामोर (60) निवासी ग्राम ठिकरिया व वेस्ता पिता दाहजिंग मईड़ा (50) निवासी ग्राम देवका को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रैफर किया गया।
टक्कर से पेड़ टूटा
जिला अस्पताल आए घायल मांगीलाल ने बताया कि बस चालक तेजी से बस चला रहा था। सामने जा रही एक अन्य बस को ओवरटेक करने के दौरान बस सड़क किनारे पड़े मिट्टी के ढेर पर चढ़ी और पेड़ से टकराकर खाई में जा गिरी। पेड भी टूट कर दूर जा गिरा। बस गिरते ही उसका अगला कांच भी टूट गया। यात्रियों की चीख-पुकार गूंजने लगी। कुछ यात्री बाहर निकले और अन्य घायलों को निकालने लगे। तभी आसपास के ग्रामीण व पुलिसकर्मी भी वहां पहुंचे।
निजी वाहनों से घायलों को भिजवाया
बाजना में लंबे समय से एम्बुलेंस नहीं है। इसके कारण दुर्घटनाओं के घायलों को अस्पताल ले जाने में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बस दुर्घटनाग्रस्त होने पर भी बाजना से 15 किलोमीटर दूर स्थित शिवगढ़ से 108 एम्बुलेेंस, जननी एक्सप्रेस व निजी वाहनों की व्यवस्था कर घायलों को अस्पताल भिजवाया गया। एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं होने पर लोगों ने नाराजी व्यक्त करते हुए बाजना में एम्बुलेंस उपलब्ध कराने की मांग प्रशासन से की।