वेदों और पुराणों में पवित्र कुंभ स्नान से मिलने वाले पुण्य व शुभ फलों के बारे में बताया गया है. शुक्रवार से सिंहस्थ कुंभ की शुरुआत उज्जैन में हो चुकी है. यह ग्रहों के कुछ खास योग बनने पर पड़ता है. अक्सर ऐसा भी होता है कि कुछ लोग इसका लाभ उठाने नहीं पहुंच पाते. ऐसे में आप घर में भी इससे मिलने वाला पुण्य कमा सकते हैं.
सिंहस्थ का शुभ योग और कुंभ में डुबकी न लगाने पर घर में ही कैसे करें यह पवित्र स्नान –
सिंहस्थ कुंभ मेले का महत्व :
– माना जाता है कि समुद्र मंथन के दौरान अमृत की कुछ बूंदें कुछ स्थानों पर छलकी थीं.
– ये स्थान थे हरिद्वार, इलाहाबाद, त्रयंबकेश्वर (नासिक) और उज्जैन.
– इन स्थानों पर निश्चित अंतराल पर कुंभ मेले का आयोजन होता है.
– कुंभ में कुंभ राशि, बृहस्पति और सूर्य की सर्वाधिक भूमिका होती है.
– जब सूर्य मेष राशि में हो और बृहस्पति सिंह राशि में हो तब उज्जैन में कुंभ पड़ता है.
– इस स्थिति में सिंह राशि और उसका स्वामी सबसे मजबूत होते हैं.
– इसी वजह से इसको सिंहस्थ कहा जाता है.
कुंभ में स्नान करने के लाभ :
– कुंभ में स्नान से मिलता है पुण्य.
– मनुष्य के पापों का प्रायश्चित होता है.
– इंसान की जीवन में बाधाओं का अंत होता है.
– कुंडली के दोष खत्म हो जाते हैं.
– वृष, सिंह, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों को विशेष लाभ होता है.
कुंभ में स्नान के लिए नहीं जा सकते तो करें ये उपाय :
– इस परिस्थिति में किसी पवित्र नदी या सरोवर में स्नान करें.
– नहाने के पानी में गंगा जल मिला लें.
– पहले जल को सिर पर लगाकर प्रणाम करें.
– फिर नहाना शुरू करें.
– नहाने के बाद जल में काले तिल डालकर सूर्य को अर्घ्य दें.
– साफ कपड़े पहनें, फिर मंत्र जाप करें.
– मंत्र जाप के बाद दान करें.