हमें तालाब का गहरीकरण करने से मना कर दिया और तालाब में पोकलेन और जेसीबी से खुदाई चल रही है। अब मशीन से तालाब की खुदाई करने से बेस खराब नहीं होगा।

यह सवाल शुक्रवार को किसानों ने तहसीलदार रश्मि श्रीवास्तव से किए। सूरजमल जैन तालाब में चल रही खुदाई से ग्रामीण नाराज हैं। तहसीलदार को ग्रामीण मथुरी तालाब ले गए और जानकारी दी। करमदी के जितेंद्र राव, सत्यनारायण पाटीदार सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया हमने एक महीने पहले कलेक्टर और जलसंसाधन विभाग से तालाब गहरीकरण की अनुमति मांगी थी। लेकिन हमें अनुमति नहीं दी। अब पोकलेन और जेसीबी चल रही है। कई ट्रॉली मुरम निकाली जा चुकी है। खुदाई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। ग्रामीणों ने जलसंसाधन विभाग का पत्र भी तहसीलदार को बताया। जिसमें खुदाई नहीं करने का आदेश है। तहसीलदार बोली विभाग ने आपको क्यों मना किया। इसकी जानकारी जुटाई जाएगी।

सार्वजनिक काम के लिए दी अनुमति

उकाला रोड काम काम चल रहा है। पीडब्ल्यूडी ने मुरम के लिए खुदाई की मांग की थी। ईई साहब ने अनुमति का बोला था। इससे अनुमति दी है। एरिया चिह्नित कर अनुमति दी है। इसकी रायल्टी भी विभाग को मिलेगी। आसपास के ग्रामीणों ने भी तालाब की खुदाई की अनुमति मांगी थी। लेकिन ग्रामीणों ने तालाब की पाल के पास की खुदाई कर मिट्टी निकालने की अनुमति मांगी थी। इससे बेस खराब होने का खतरा रहता। इससे उन्हें अनुमति कैसे दे सकते थे। कंपनी चिह्नित एरिये में ही खुदाई कर रही है। इससे नुकसान का सवाल ही नहीं उठता है। रजनीकांत झामर, एसडीओ जलसंसाधन विभाग

तीन गांवों के लोगों ने मांगी थी अनुमति

मथुरी स्थित सूरजमल जैन तालाब की खुदाई के लिए तीन गांवों के लोगों ने एक महीने पहले तालाब गहरीकरण की अनुमति मांगी थी। इसमें तीतरी, करमदी और मथुरी के लोग शामिल थे। ग्रामीणों के आसपास के नलकूप चार्ज रहे और ज्यादा से ज्यादा लोगों को पानी मिले इसके लिए ग्रामीणों ने अनुमति मांगी थी।

पंचायत से भी नहीं ली अनुमति

सरपंच विनोद वर्मा ने बताया खुदाई के लिए पंचायत से भी अनुमति नहीं ली गई। बगैर अनुमति के लिए खुदाई की जा रही है

By parshv