छह माह से साफ-सुथरे नजर आने वाले रेलवे स्टेशन पर फिर कचरा व गंदगी दिखने लगी है। समय पर वेतन नहीं मिलने से ठेकेदार के सफाई कर्मचारियों की संख्या घट रही है। इसका असर सफाई व्यवस्था पर पड़ रहा है। 6 दिन बाद पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक जीसी अग्रवाल का दौरा होने से सफाई स्टेशन के अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है।
महाप्रबंधक 7 दिसंबर को मंडल के सालाना निरीक्षण पर आएंगे। इसके पहले सफाई व्यवस्था चरमराने के पीछे कारण रेलवे द्वारा ठेकेदार के बिल पास नहीं करना बताया जा रहा है। डीआरएम कार्यालय में चार माह से बिलों की फाइलें एक से दूसरे दफ्तर दौड़ रही हैं। इससे ठेकेदार कंपनी उधार लेकर कर्मचारियों को वेतन दे रही थी। उधारी ज्यादा होने से अब उसका भी दम फूलने लगा है। बता दें फरवरी में स्वच्छता सर्वे में पिछड़ने के बाद रेलवे ने जून में पुरानी कंपनी का ठेका निरस्त करते हुए इंदौर की नई कंपनी प्रथम नेशनल सिक्यूरिटी एवं हाउस कीपिंग को सफाई की जिम्मेदारी सौंपी थी।
जेडआरयूसीसी सदस्यों ने लिया जायजा- जोनल रेलवे उपयोगकर्ता परामर्शदात्री समिति (जेडआरयूसीसी) सदस्य उमेश झालानी ने स्टेशन का जायजा लिया था। उन्हें कई अव्यवस्थाएं मिलीं थीं। उन्होंने महाप्रबंधक व डीआरएम को लिखित जानकारी दी थी।
ये अव्यवस्थाएं मिली थीं सदस्यों को
प्लेटफॉर्म के वेटिंग रूम (ओपन) में गंदगी।
टॉयलेट की नियमित सफाई नहीं होना।
आरएमएस कार्यालय के पास ड्रेनेज जाम है, पाइप लाइन भी फूटी।
जीआरपी थाने से प्री-पेड बूथ तक उखड़ी सड़क।
स्टेशन परिसर में असामाजिक तत्वों का डेरा।
प्लेटफॉर्म की पहले की नियमित सफाई नहीं होना।
जल्द हो जाएगा भुगतान
बिलों के भुगतान की प्रक्रिया चल रही है। नियमानुसार दस्तावेजी कार्रवाई के चलते देरी हो रही है। जल्द ही भुगतान हो जाएगा। वर्तमान में स्टेशन की सफाई व्यवस्था पहले से बेहतर है। जेके जयंत, पीआरओ- रतलाम रेल मंडल
बैठक में मुद्दा उठाएंगे
स्टेशन परिसर में सफाई सहित कई अव्यवस्थाएं मिलीं। जानकारी महाप्रबंधक व डीआरएम को लिखित में दी है। सुधार के लिए कहा है। कार्रवाई नहीं होने पर बैठक में मुद्दा उठाएंगे। उमेश झालानी, सदस्य- जेडआरयूसीसी
पहले भी हाथ खड़े कर चुकी है कंपनी
पहले बी बड़ौदा की ओरिएंटल एजेंसी हाथ खड़े कर चुकी है। उसने रेलवे द्वारा निर्धारित 4.25 करोड़ रुपए के मुकाबले 3.018 करोड़ में ठेका लिया था। नई कंपनी प्रथम सिक्यूरिटी ने 3.86 करोड़ में ठेका लिया। आशंका जताई जा रही है कि यह कंपनी भी सफाई को लेकर कभी भी हाथ खड़े कर सकती है।