आइडिया और वोडाफोन ने आखिरकार मर्जर का ऐलान कर दिया. सोमवार को मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, दोनों कंपनियों ने भारत में अपने बिजनेस को साथ लाने का फैसला कर लिया है. दोनों अब देश के सबसे बड़े टेलीकॉम प्रोवाइडर के तौर पर जाने जाएंगे.
क्या हुई है डील
जानकारी के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच पिछले 6 महीने से मर्जर की बात चल रही है थी जो अब जाकर पूरी हुई है. वोडाफोन और आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी आडिया में मर्जर की हिस्सेदारी भी तय हो गई है. बताया जा रहा है कि वोडाफोन कंबाइन्ड इनटाइटी का 45% अपने पास रखेगी वहीं, आइडिया के पास इसकी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. बता दें कि जियो के आने के बाद टेलीकॉम सेक्टर में हाहाकार मचा हुआ है.
क्या पड़ेगा असर
पहले ये खबर थी कि रिलायंस जियो का मुकाबला करने के लिए आइडिया और वोडाफोन का मर्जर होने जा रहा है. इससे देशभर में फैले आइडिया और वोडाफोन से बड़ी संख्या में लोगों की सेवाएं समाप्त हो सकती हैं. दोनों कंपनियों के मर्जर से जुड़े लोगों का मानना है कि देश में तीन लाख से ज्यादा लोग टेलिकॉम इंडस्ट्री में नौकरी करते हैं. लेकिन अगले 18 महीने की मर्जर प्रक्रिया के दौरान टेलिकॉम इंडस्ट्री से 10,000 से 25,000 लोगों की नौकरी पर तलवार लटक रही है.