प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को एनडीए घटकदल की बैठक हुई. इस बैठक में एनडीए के सभी दलों ने हिस्सा लिया, साथ ही कई प्रदेश के मुख्यमंत्री भी पहुंचे. इस बैठक में 2019 का लोकसभा चुनाव पीएम मोदी के नेतृत्व में लड़ने का प्रस्ताव पास किया गया. तो वहीं मोदी ने बैठक में गरीबों के विश्वास को पूरा करने का वादा दोहराया.
युवाओं से जुड़े पार्टी
पीएम मोदी ने बैठक में कहा कि हमारी सरकार पर गरीबों ने जो विश्वास दिखाया है, उस विश्वास को टूटना नहीं चाहिए. पीएम ने कहा कि इसके साथ ही एनडीए का विस्तार भी लगातार जारी रहेगा. पीएम ने सभी पार्टियों को युवाओं से जुड़ने का मंत्र दिया और अपने न्यू इंडिया के मिशन के बारे में बात की.
एनडीए की इस बैठक में बीजेपी ने अपने 32 सहयोगी दलों के साथ 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों पर बात की, और मौजूदा नरेंद्र मोदी सरकार की जमकर तारीफ की. मोदी ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को सहमति बनाने पर काम करना चाहिए.
उद्धव ने की कर्जमाफी की मांग
पिछले काफी समय से बीजेपी से नाराज चल रही उसकी सहयोगी पार्टी शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे भी बैठक में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के साथ अलग से बैठक की, उद्धव ने अपनी बैठक में महाराष्ट्र के किसानों की कर्जमाफी का मुद्दा भी उठाया.
कौन-कौन हुए शरीक
मीटिंग में सभी घटक दलों के नुमाइंदों के अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए. इनमें जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू शामिल थे. इस बैठक से पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और शिवसेना के कार्यकारी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बीच करीब आधे घंटे तक बैठक हुई.
क्या है एजेंडा?
अगले राष्ट्रपति के चुनाव को देखते हुए भी इस मीटिंग को अहम माना जा रहा है. इसके अलावा मीटिंग में केंद्र और राज्यों बीच बेहतर समन्वय के उपायों पर भी चर्चा हुई.