रतलाम के ज्वैलर्स को 31 लाख रुपए के जेवरात देने आ रहे एक युवक को अजमेर जीआरपी ने सोमवार को रेलवे स्टेशन पर पकड़ लिया। जीआरपी अजमेर स्टेशन पर संदिग्ध लोगों की चैकिंग कर रही थी। युवक को एक किलो 51 ग्राम सोने के जेवरात सहित पकड़ा गया। करीब 31 लाख के जेवरात युवक ने बैग में प्लास्टिक की थैली में रखे हुए थे। आरोपी ने खुद को नागौर के ज्वैलर्स का मुनीम बताया है, लेकिन वह जेवरात की वैधता के बारे में साक्ष्य नहीं दे पाया। पुलिस ने शक के आधार पर सोने के जेवरात धारा 102 के तहत जब्त किए और आरोपी को धारा 151 के तहत गिरफ्तार कर बयानों की तस्दीक शुरू की। शक है कि आरोपी सोना तस्कर या फिर चोर गिरोह से भी जुड़ा हो सकता है। अजमेर जीआरपी मामले की छानबीन कर रही है।
बिल व रसीद भी नहीं थी, चोरी या तस्करी का शक
जीआरपी थाना पुलिस के अनुसार बिना बिल या रसीद के करीब 31 लाख रुपए के जेवरात परिवहन करने के मामले में शक है कि आरोपी के तार चोरी या तस्करी की गतिविधियों से जुड़े हो सकते हैं। फिलहाल आरोपी के बयान के आधार पर तफ्तीश की जा रही है।
मादक पदार्थ तस्करी की आशंका में रोका था
जीआरपी एसपी ओमप्रकाश के अनुसार आतंकवादी गतिविधियों और मादक पदार्थ तस्करी की आशंका के तहत रेलवे स्टेशन व ट्रेनों में जीआरपी की टीमें विशेष निगरानी और गश्त कर रही है। इसके तहत सोमवार को दोपहर करीब 1.00 बजे अजमेर रेलवे स्टेशन पर बैग लेकर संदिग्ध परिस्थितियों में घूम रहे युवक को पुलिस दल ने रोककर पूछताछ की, युवक घबरा गया। शक के आधार पर उसके बैग की तलाशी ली गई। बैग में प्लास्टिक की थैली में सोने के जेवरात बरामद हुए। करीब 31 लाख रुपए के जेवरात के बारे में आरोपी कुलदीप पुत्र कृष्ण कुमार ने बताया कि वह नागौर नगर कॉलोनी, शारदा बाल स्कूल के निकट का निवासी है और नागौर के ज्वैलर्स की फर्म में मुनीम के तौर पर काम करता है। ज्वैलर्स के कहने पर ही यह जेवरात वह रतलाम स्थित अन्य ज्वैलर्स को देने जा रहा है। एसपी ओमप्रकाश के अनुसार आरोपी ने जेवरात की वैधता के बारे में कोई साक्ष्य पेश नहीं किया। उसके पास न तो भेजने वाले की रसीद थी और न ही पाने वाले के बारे में कोई दस्तावेजी सबूत। फिलहाल शक के आधार पर जेवरात को धारा 102 के तहत जब्त कर लिया गया है। आरोपी को धारा 151 के तहत गिरफ्तार किया गया है।