ऊँ नमो भगवते शनिश्चराय सूर्य पुत्राय नम:, ऊँ शां शनैश्चराय नम: की भक्तिमय स्वर और मंत्रोच्चार सुबह से शनि मंदिरों पर गूंजायमान हो रहे थे। गुरुवार के दिन भक्तिभाव के साथ शनिदेव की जयंती श्रद्धालुओं ने आस्थानुसार मनाते हुए घर-परिवार में कष्टों से निवारण के लिए प्रार्थना की।
सुबह से शहर के प्राचीन चिंगीपुरा सहित अलकापुरी, डोंगरेनगर, महेशनगर, गांधीनगर, अमृतसागर तालाब, सज्जनमिल की चाल आदि शनि मंदिर पर भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था। चिंगीपुरा में पुजारी सुरेशचंद्र जोशी द्वारा शनिदेव नवगृह देव का सुबह 9 बजे से महाअभिषेक किया गया। मंदिर पर पं. कैलाशचंद्र त्रिवेदी द्वारा हवन करवाया गया, जिसमें बड़ी संख्या में उपस्थित भक्तों ने आहुतियां प्रदान की। आरती अभिषेक के बाद भंडारे का आयोजन हुआ जिसमें श्रद्धालुओं ने प्रसादी ग्रहण की।