रतलाम। मध्य प्रदेश केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के आह्वान पर जिले में औषधि विक्रेता संघ की तरफ से जिले की भी औषधि दुकानें 30 मई को बंद रहेगी। औषधि दुकानों के बंद रहने से अस्पतालों में भर्ती मरीजों को दिक्कत नहीं होगी लेकिन इमरजेंसी में निजी अस्पतालों में जाने वाले मरीजों के सामने परेशानी खड़ी हो सकती है। औषधि विक्रेता संघ का यह विरोध ई पोर्टल की प्रक्रिाय शुरू होने से हुआ है। जिला औषधि विक्रेता संघ ने बंद को दृष्टिगत रखते हुए आम लोगों से मरीजों के लिए एक दिन पूर्व ही आवश्यक दवाएं खरीदने का आह्वान किया है।
धरना देकर रैली निकालेंगे
जिला औषधि विक्रेता संघ के अध्यक्ष जय छजलानी व सचिव प्रकाश चौरडिय़ा ने बताया कि बंद के दौरान केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट रैली निकालेंगे। रैली के कलेक्टोरेट पहुंचने पर संघ द्वारा जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया जाएगा। सुबह सभी दवा विक्रेता जेल रोड स्थित जिला चिकित्सालय के द्वार के समीप एकत्र होकर धरना भी देंगे। इसके बाद शहर के प्रमुख मार्गों से रैली निकलेंगे।
इमरजेंसी सेवाएं चालू रहेंगी
आमतौर पर सामान्य दवाइयों के लिए मेडिकल स्टोर बंद रखे जाएंगे। किसी भी औषधि विक्रेता को यह अनुमति नहीं होगी कि वे बंद के दौरान दवाई दुकान खुली रखकर व्यापार करे। हालांकि इमरजेंसी के लिए दुकानदारों को छूट रहेगी। इसके लिए भी जिला औषधि विक्रेता संघ से अनुमति लेना होगी। यह अनुमति भी तभी मिलेगी जब इमरजेंसी की गंभीरता के हिसाब से दी जाएगी।
परेशानियों का सामना करना पड़ेगा
बंद का आह्वान केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा देश में सभी दवाओं का निर्माण, खरीद और बिक्री का काम सरकार के ई पोर्टल के माध्यम से करने के निर्णय के खिलाफ किया गया है। इस निर्णय से औषधि विक्रेताओं के साथ आमजन को भी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
जय छजलानी, जिलाध्यक्ष औषधि विक्रेता संघ