नई दिल्लीः बैंकों से 9000 हजार करोड़ रुपए कर्ज लेकर लंदन भागे शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत लाने की कोशिशें जारी हैं। आज लंदन कोर्ट में माल्या के प्रत्यर्पण केस की सुनवाई होगी। इस दौरान भारत सरकार जरूरी डॉक्युमेंट्स कोर्ट को सौंपेगी। विदेश मंत्रालय के इनपुट पर कुछ महीने पहले माल्या को ब्रिटेन में पुलिस ने अरेस्ट किया था, लेकिन बाद में उसे बेल मिल गई।
PMLA कोर्ट ने जारी किया गैर जमानती वारंट
माल्या की मुश्किलें कल से एक बार फिर बढ़ गई हैं। पी.एम.एल.ए. कोर्ट ने माल्या के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। यह मामला आई.डी.बी.आई. बैंक के 900 करोड़ रुपए के लोन का है, इसके तहत पी.एम.एल.ए. कोर्ट ने माल्या के खिलाफ 5000 पेज की चार्जशीट दाखिल की है। इससे पहले भी सी.बी.आई. के पास माल्या के खिलाफ गैर-जमानती वारंट था, वहीं ई.डी. ने भी विजय माल्या के खिलाफ एक नई अर्जी दाखिल की है।
पिछली सुनवाई में 4 दिसंबर तक जमानत मिली
बता दें कि 13 जून को लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट में विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर सुनवाई हुई थी जिसके बाद माल्या को कोर्ट से 4 दिसंबर तक जमानत मिल गई थी। गौरतलब है कि माल्या पर अलग-अलग बैंकों के 9 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। बैंकों का कर्ज चुकाने के बजाय माल्या देश छोड़कर फरार हो गए। माल्या 2016 से ही लंदन में हैं। जिसके बाद भारत ने ब्रिटेन सरकार से माल्या को भारत भेजने की अपील की थी। भारत की मांग पर सुनवाई करते हुए लंदन प्रशासन ने माल्या को रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उन्हें जमानत मिल गई थी।