आज से भारत-ऑस्‍ट्रेलिया के बीच हैदराबाद में दूसरा टेस्‍ट मैच

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चेन्नई टेस्ट में 8 विकेट से धमाकेदार जीत के बाद अब हैदराबाद में इंडियन क्रिकेट टीम ऑस्‍ट्रेलिया से भिड़ेगी। आज से हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में शुरू होगा टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट। इस मैदान पर अब तक दो टेस्ट हुए हैं, जिसमें एक में टीम इंडिया को जीत मिली और एक रहा ड्रॉ।कंगारू सेना से चेपॉक में बदले की पहली किश्त वसूलने के ब… आज से भारत-ऑस्‍ट्रेलिया के बीच हैदराबाद में दूसरा टेस्‍ट मैच

चेन्नई टेस्ट में 8 विकेट से धमाकेदार जीत के बाद अब हैदराबाद में इंडियन क्रिकेट टीम ऑस्‍ट्रेलिया से भिड़ेगी। आज से हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में शुरू होगा टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट। इस मैदान पर अब तक दो टेस्ट हुए हैं, जिसमें एक में टीम इंडिया को जीत मिली और एक रहा ड्रॉ।कंगारू सेना से चेपॉक में बदले की पहली किश्त वसूलने के बाद अब बारी है, दूसरे बदले की है। धोनी सबसे बड़े कप्तान बनाने की कगार पर खड़े हैं, तो वहीं माही आर्मी के पास सीरीज़ में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल करने का मौका भी है।चेपॉक में कंगारूओं के सभी 20 विकेट हासिल करने के बाद अब हैदराबाद की विकेट भी दिखाई दे रही बिल्कुल ड्राई, जिसका फिरकीबाज़ों के लिए मददगार रहना तय हैं। ऐसे में टीम इंडिया हैदराबाद में चार स्पिनर्स का चक्रव्यूह रच सकती है। वैसे भी हैदाराबाद की पिच स्पिनर्स की मददगार रही है। हैदराबाद में हुए 2 टेस्ट मुकाबलों में 56 में से 37 विकेट स्पिनर्स ने हासिल किए, जबकि सिर्फ 19 विकेट पेसर्स को मिले हैं। हालंकि विकेट चेन्नई जितनी टर्नर तो नहीं होगी लेकिन कीवीज़ के खिलाफ टीम इंडिया की यहां पिछले मैच में अश्विन के 12 विकेट के दम पर जीत बताने के लिए काफी है कि पिच का मिजाज़ कैसे रहने वाला है। वैसे भी यहां टेस्ट के लिए तैयार की गई दो पिचों में से एक को सचिन और धोनी ने चुना है। मैच के लिए विकेट सुखाई गई है, ऐसे में भुवनेश्वर, जडेजा या भज्जी की जगह ओझा की टीम में एंट्री तय लगती है।उधर लंबे समय से टीम इंडिया की सलामी जोड़ी हो रही है फेल। चेन्नई में भी सहवाग और उनके नए पार्टनर विजय कुछ कास नहीं कर पाए। बेंच पर स्पेशलिस्ट ओपनपर के तौर पर धवन बैंठे हैं, लेकिन विजय और वीरू को एक और मौका मिलना लगभग तय है। ऐसे में इस जोड़ी को अपने को साबित करने का ये आखिरी मौका होगा।हालांकि जिस तरह तीन महीने पहले अंग्रेज़ों ने पहली शिक्सत के बाद दो टेस्ट जीत कर सीरीज़ फतह की, उसी तरह ऑस्ट्रेलियाई टीम भी पलटवार करने का माद्दा रखती है। ऐसे में क्लार्क की सेना को हल्के में लेने की गलती माही आर्मी के लिए भारी पड़ सकती है। वैसे भी क्लार्क और हेनरिकेस ने पहले टेस्ट में स्पिन का चक्रव्यूह भेदने की सफल कोशिश की थी। इससे बाकी कंगारू बल्लेबाज़ सीख लेने का मौका नहीं गंवाएंगे। साथ ही ऑस्ट्रेलियाई टीम पहले टेस्ट की गलती सुधारते हुए लॉयन के साथ डूहार्टी के रुप में 2 स्पिनर्स के साथ उतर सकती है। जाहिर है पलड़ा जरूर टीम इंडिया का भारी है, लेकिन कंगारूओं को हल्के में लेना भूल होगी।