2014 के आम चुनाव में कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार माने जा रहे राहुल गांधी ने आज खुद को इस तरह की चर्चाओं से यह कहकर अलग कर लिया कि संगठन को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता है।पार्टी सांसदों के साथ अनौपचारिक चर्चा में राहुल ने कहा, मुझसे यह पूछना कि क्या मैं प्रधानमंत्री बनना चाहता हूं एक गलत सवाल है।कांग्रेस उपाध्यक्ष सांसदों से पार्टी को मज…
2014 के आम चुनाव में कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार माने जा रहे राहुल गांधी ने आज खुद को इस तरह की चर्चाओं से यह कहकर अलग कर लिया कि संगठन को मजबूत करना उनकी प्राथमिकता है।पार्टी सांसदों के साथ अनौपचारिक चर्चा में राहुल ने कहा, मुझसे यह पूछना कि क्या मैं प्रधानमंत्री बनना चाहता हूं एक गलत सवाल है।कांग्रेस उपाध्यक्ष सांसदों से पार्टी को मजबूत करने, युवाओं के सशक्तीकरण और मध्यम स्तर के नेतृत्व के निर्माण के कार्य के बारे में उनकी राय पूछ रहे थे। इसी दौरान उन्होंने संदर्भ से हटकर कुछ टिप्पणियां कीं।उनकी यह टिप्पणियां इसलिए महत्वपूर्ण हो गई हैं क्योंकि कांग्रेस उन्हें अगले लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की जोर शोर से तैयारी कर रही है।पार्टी ने उनके बयान को उनके उच्च नैतिक आधार से जोड़ते हुए कहा कि यह अन्य पार्टियों से अलग है, जहां लोग कुर्सी के लिए लड़ रहे हैं।हालांकि पार्टी प्रवक्ता राशिद अल्वी ने इसके साथ ही कहा कि जहां तक पार्टी कार्यकर्ताओं का सवाल है तो वह राहुल को प्रधानमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं और मुझे विश्वास है कि एक दिन राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनेंगे।