संसद में शेर ओ शायरी से हुई मनमोहन और सुषमा के बीच गुफ्तगू

0

लोकसभा में बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के बीच बातचीत शेर ओ शायरी के साथ हुई। सिंह ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान भाजपा की आलोचनाओं के जवाब में गालिब का ये शेर पढा, हमको उनसे वफा की है उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।इस पर बाद में सुषमा ने कहा कि शेर का जवाब शेर से दिया जाता है।… संसद में शेर ओ शायरी से हुई मनमोहन और सुषमा के बीच गुफ्तगू

लोकसभा में बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज के बीच बातचीत शेर ओ शायरी के साथ हुई। सिंह ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान भाजपा की आलोचनाओं के जवाब में गालिब का ये शेर पढा, हमको उनसे वफा की है उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।इस पर बाद में सुषमा ने कहा कि शेर का जवाब शेर से दिया जाता है। उधार नहीं रखना चाहिए और मैं दो शेरों से प्रधानमंत्री की बात का जवाब देती हूं।  अध्यक्ष मीरा कुमार ने कहा कि ऐसे में तो फिर उधारी रह जाएगी। उनकी इस बात पर पूरा सदन हंस पडा।सुषमा ने कहा कि ”कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।” इसके बाद उन्‍होंने एक और शेर पढ़ा, ”तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।”इसके बाद प्रधानमंत्री ने श्रीलंकाई तमिलों के बारे में कहा कि हम चाहते हैं कि इस समस्या का सामाजिक और राजनीतिक मूल्यांकन कर समाधान किया जाए। श्रीलंका से इस सिलसिले में लगातार बातचीत की जा रही है। सिंह ने बताया कि हमने पडोसी देश से आग्रह किया है कि श्रीलंका के उत्तरी भाग में चुनाव हों। संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस प्रस्ताव का समर्थन किया जाएगा कि श्रीलंकाई तमिल समानता और सम्मान के साथ रह सकें। उन्होंने विश्वास जताया कि इस सिलसिले में श्रीलंका से बातचीत जारी रहेगी ताकि कोई समाधान निकल सके। चीन द्वारा अपने हिस्से में ब्रहमपुत्र नदी पर बांध बनाने की खबरों के परिप्रेक्ष्य में उन्होंने कहा कि भारत ने चीन से इस संबंध में हर स्तर पर बात की है और चर्चा जारी है। सिंह ने बताया कि हाल की रपट है कि चीन का कहना है कि ब्रहमपुत्र नदी की परियोजना नदी परियोजर्नां है और उसके तहत जल भंडारण नहीं किया जाएगा।पाकिस्तान के साथ संबंधों को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि पाकिस्तान के साथ भारत का द्विपक्षीय सहयोग है। दोनों देशों की जनता के बीच परस्पर संपर्क बढा है। व्यापार और जनता के बीच आपसी संबंध बढा है लेकिन पिछले दिनों नियंत्रण रेखा पर जिस तरह दो भारतीय जवानों की हत्या की गयी, इससे द्विपक्षीय संबंधों पर बुरा असर पडा है। उन्होंने उम्मीद जतायी कि पाकिस्तान उक्त घटना की जांच करेगा और आतंकवाद को रोकने की दिशा में भी ठोस कार्रवाई करेगा।सिंह ने कहा कि पाकिस्तान से अपेक्षा है कि वह मुंबई में 2008 के आतंकी हमले के दोषियों को पकडकर उन्हें सजा दिलवायेगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ अगर हिंसारहित रिश्ते हों तो परस्पर सहयोग बढेगा। साथ ही आशा जतायी कि पाकिस्तान अनुकूल वातावरण बनाएगा। उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि पाकिस्तान एक समृद्ध देश बने, आतंकवाद का अडडा बनकर न रह जाए। अफगानिस्तान के साथ भारत का सहयोग जारी रखने की बात दोहराते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां शांति और स्थिरता कायम करने और आतंकवाद के खिलाफ लडाई में भारत सहयोग करता रहेगा।