सहवाग के 5 गुनाह जिन्‍होंने कराया उन्‍हें टीम से बाहर

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आखिरकार वीरेन्‍दर सहवाग की हो गई छुट्टी, लेकिन सहवाग के टेस्ट टीम से बाहर होने की वजह क्या है। अगर नजर डालें तो सिर्फ एक कारण नहीं हैं, बल्कि उसकी पीछे शामिल हैं वीरू के 5 गुनाह। क्या है वीरू की ये 5 गलतियां, आइए आपको बताते हैं।वीरू का पहला गुनाह – खराब फॉर्मबात सिर्फ ऑस्‍ट्रेलिया के साथ चल रही भारत की इस सीरीज की नहीं है। सहवाग के खराब फॉर्म का सि… सहवाग के 5 गुनाह जिन्‍होंने कराया उन्‍हें टीम से बाहर

आखिरकार वीरेन्‍दर सहवाग की हो गई छुट्टी, लेकिन सहवाग के टेस्ट टीम से बाहर होने की वजह क्या है। अगर नजर डालें तो सिर्फ एक कारण नहीं हैं, बल्कि उसकी पीछे शामिल हैं वीरू के 5 गुनाह। क्या है वीरू की ये 5 गलतियां, आइए आपको बताते हैं।वीरू का पहला गुनाह – खराब फॉर्मबात सिर्फ ऑस्‍ट्रेलिया के साथ चल रही भारत की इस सीरीज की नहीं है। सहवाग के खराब फॉर्म का सिलसिला अब काफी लंबा हो चला है। पिछले 10 टेस्ट में अगर इनका औसत 30 से भी कम रहा है, तो फिर कैसे कोई कप्तान वीरू को टीम में बनाए रखने का जोखिम उठा सकता है।वीरू का दूसरा गुनाह – गैरजिम्मेदारसहवाग का पहला गुनाह अगर खराब फॉर्म है, तो दूसरी वजह है उनकी लापरवाही। वीरू ने फॉर्म में लौटने की की भरपूर कोशिश ही नहीं की, सचिन जैसा खिलाड़ी फॉर्म में वापसी के लिए पसीने बहाता नजर आता है। लेकिन वीरू ज्यादातर प्रैक्टिस सेशन में नेट्स पर बल्लेबाज़ी करना ही जरूरी नहीं समझते। काश सहवाग अपने इस सबसे बड़े रोल मॉडल को फॉलो कर पाते।वीरू का तीसरा गुनाह – धोनी से विवादमौजूदा दौर का क्रिकेट सौ फीसदी समर्पण मांगता है। लेकिन जिस दौर में धोनी अपने ‘सीमित बल्लेबाजी कौशल’ पर अपनी मेहनत के बूते सफलता हासिल करते रहे, उसी दौर में वीरू ने अपनी ऊर्जा का बड़ा हिस्सा धोनी के साथ विवादों में खर्च कर दिया। सिलसिला शायद अब भी थमा नहीं है, तभी तो धोनी बगैर रिप्लेसमेंट मांगे वीरू को ड्रेसिंग रूम से बाहर कर देते हैं।वीरू का चौथा गुनाह – फील्डिंग में फिसड्डीबल्लेबाज़ी में फेल होना अगर सहवाग के खिलाफ गया तो वहीं खराब फील्डिंग ने भी सहवाग की टीम से छुट्टी करा दी। स्लिप में उनके रिफ्लेक्सेज़ ज्यादातर धीमे नज़र आते हैं, तो मैदान में उनका भारी शरीर फील्डिंग पर भारी दिखाई देता है।वीरू का पांचवां गुनाह – बढ़ती उम्र का असरकहते हैं कि सहवाग का विस्फोटक बल्लेबाज़ी उनकी कमाल की हैंड-आई कॉर्डिनेशन का नतीजा थी, लेकिन वीरू की यही खासियत हालिया मैचों में सिरे से गायब है। बल्लेबाज़ी तकनीक में सहवाग पहले ही ज़ीरो थे और अब नज़र का चश्मा का नतीजे ये है कि कभी गेंदबाज़ों पर बरसने वाले सहवाग बन चुके हैं उनके बेहद आसान शिकार।हालांकि टीम से विदाई पर सहवाग का ऐलान है कि वे वापसी करेंगे। बेशक देश भी यही चाहता है, लेकिन शायद ऐसा तभी मुमकिन हो पाएगा जब नजफगढ़ का ये नवाब अपनी गलतियों का सुधारने के लिए तैयार हो।